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साहेबगंज के तालझारी प्रखंड में बिचौलियों का दबदबा! लाखों रुपये चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

साहेबगंज के तालझारी में बिचौलियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि सरकारी योजनाओं को भी अवैध तरीके से चलया जा रहा है.

Updated on: 22 Sep 2022, 02:47 PM

Sahibganj:

साहेबगंज के तालझारी में बिचौलियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि सरकारी योजनाओं को भी अवैध तरीके से चलया जा रहा है. ये सभी चीजें जिले के वरीय प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत की तरफ इशारा करता है कि किस तरह से जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में अवैध रूप से चलने वाली कई सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार व अनिमियता की कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है. अवैध तरीके से चल रहे इन सरकारी योजनाओं की कार्य से भी ग्रामीणों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बिचौलियों के हौसले के आगे तो प्रशासन भी विवश नजर आ रहा है. चाहे वह सरकारी योजनाओं की कार्य में अवैध रूप से पैसे की निकाशी व हेराफेरी हो या तो फिर कार्य में बरती गई अनिमियता हो. 

किसी पर भी प्रशासन का कोई दबाव नजर नहीं आता है. वहीं दिन-रात मेहनत करके बड़े-बड़े बिचौलिए बहुमूल्य ग्रामीण इलाकों में घूमते रहते हैं. इसके आलावे भी सरकारी योजनाओं की कार्य भी सही से नहीं होने पर लाभुक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे ही घोटाले का एक ताजा मामला तालझारी प्रखंड क्षेत्र के वृंदावन पंचायत पर स्तिथ अम्बाडीहा गांव से प्रकाश में आया है, जहां बिचौलिया व प्रशासन की मिली भगत से लाखों की अवैध निकासी कर जैसे-तैसे एक तालाब का निर्माण कार्य कराया गया है. 

वहीं काम में जो भ्रष्टाचार किया गया है, उसे छिपाने के लिए कार्यस्थल पर ना तो कोई सरकारी बोर्ड लगा है और ना ही तालाब का कार्य सही से हुआ है. जिससे लाभुक सहित खेती करने वाले ग्रामीणों को कई तरह की समस्याएं हो रही है. इधर तालाब निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यहां तो पहले से ही डोभा बना हुआ था, उसी के ऊपर ही बिचौलियों के द्वारा आनन फानन में जैसे-तैसे तालाब निर्माण कर दिया गया है, जिससे हमलोगों को ना ही खेती करने के लिए बन रहा है और ना ही तालाब में एक बूंद भी पानी का ठहराव हुआ है.

आपको बता दें कि ग्रामीणों के आलावे जब इस तालाब निर्माण की जानकारी स्थानीय मुखिया पौलुस मुर्मू से ली गई तो उन्होंने भी संबंधित विभाग के अधिकारियों पर बिचौलियों को संरक्षण देने व कार्य में लाहपरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाते हुए जिले के डीसी रामनिवास यादव से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, लेकिन अब आने वाले समय में यह देखने वाली बात होगी कि आखिर मुखिया के करवाई की मांग सिर्फ मांग ही बनाकर रह जाती है या तो फिर उस पर कोई ठोस करवाई भी होती है.