हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है. एक महीने में यह दूसरी घटना है, जब किसी महिला का प्रसव जमीन पर हो गया और बच्चे की जान चली गई. दरअसल, सोमवार को महिला वार्ड में आशा देवी को एडमिट किया गया था, लेकिन लापरवाही के कारण महिला का प्रसव बरामदे में ही जमीन पर हो गया. जिससे नवजात की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. पीड़िता के परिजनों ने बताया कि डॉक्टर से इलाज करवाकर वह बेड पर थी. उसे अल्ट्रासाउंड कराने के लिए ले जा रहा था, उसी दौरान बरामदे में ही प्रसव हो गया.
घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार भी घटना की जानकारी लेने के लिए वार्ड पहुंचे. महिला चतरा जिले के लावालौंग की रहने वाली है. सुपरिटेंडेंट ने बताया कि इसमें किसी की लापरवाही नहीं है. आपको बता दें कि 2 सप्ताह पहले ही स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार भी हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे. उनके निरीक्षण के दौरान भी इस तरह की घटना घटी थी. घटना के बाद हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही थी.
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Source : News State Bihar Jharkhand