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थाने में दबंगों के खिलाफ आवेदन देने पर, दलित को बीच चौराहे दे दी गई फांसी

दलित सीटन भुइयां ने भी एसटीएससी थाना हजारीबाग में आवेदन दे दिया. जब दलितों के आवेदन देने की भनक दबंगों को लगी तो वो गुस्से में पगला गए और बीती रात पचरा गांव में पोल से लटका कर उसी के शर्ट से उसे फांसी दे दी जिससे उसकी मौत हो गई.

Updated on: 12 Oct 2022, 04:26 PM

Hazaribagh:

हमारे देश में आज भी दलितों के साथ भेद भाव किया जाता है. उन्हें हीन की भावना से देखा जाता है. झारखंड जैसे राज्य के लिए तो ये काफी आम बात हो चुकी है. अक्सर ऐसे मामले निकलकर सामने आते रहते हैं. जहां दलितों के साथ अत्याचार किया जाता है. ताजा मामला हजारीबाग से है जहां उसी के कुर्ते से लटका कर गांव के चौराहे पर उसे फांसी दे दी गई.
 
दरअसल, गांव के ही दबंग व्यक्ति का दलित की पत्नी से अवैध संबंध था. जब उन्होंने एसटीएससी थाने में आवेदन दिया तो दबंगों ने उसे फांसी लगा दी. घटना हजारीबाग जिला के केरेडारी थाना क्षेत्र के पचड़ा गांव की है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बीते 5 अक्टूबर को दबंग व्यक्ति को दलित युवती के साथ अश्लील हरकत करते हुए पकड़ा गया. जिसके बाद दलित परिवार ने उसे सबके सामने दबंग व्यक्ति के परिवार को सौंपा दिया लेकिन इससे दबंग व्यक्ति नाराज हो जाता है. 

जिसके बाद दबंगों ने दलितों के साथ जमकर मारपीट की और थाने में दबंगई दिखाकर केस भी कर दिया. लेकिन इसके बाद मामले को लेकर दलित सीटन भुइयां ने भी एसटीएससी थाना हजारीबाग में आवेदन दे दिया. जब दलितों के आवेदन देने की भनक दबंगों को लगी तो वो गुस्से में पगला गए और बीती रात पचरा गांव में पोल से लटका कर उसी के शर्ट से उसे फांसी दे दी जिससे उसकी मौत हो गई.

मृतक के परिजन अनिल कुमार भुइयां ने कहा कि पचरा गांव के कुछ दबंग व्यक्ति हरिजनों की बहू बेटियों के साथ अत्याचार करते हैं. उनका शोषण करते हैं और जब उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात आती है तो उन्हें फांसी दे दी जाती है. जिस पर जिला प्रशासन भी कोई कार्यवाही नहीं करते है.