झारखंड सरकार (Jharkhand Government) ने कोरोना वायरस महामारी के दो मामले सामने आने के बाद एक टास्क फोर्स का गठन किया है. सरकार ने राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया है, जो राज्य में कोरोनोवायरस (Corona Virus) के प्रसार को रोकने के प्रयासों को कारगर बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर कोविड-19 समितियों के कामकाज की निगरानी करेगी.
यह भी पढ़ें: कोर्ट ने कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारियों पर सरकार से पूछे 9 सवाल
इससे पहले मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने समीक्षा बैठक में कहा कि झारखंड में कोरोना पॉजिटिव के दो मामले मिलने के साथ हम महामारी के दूसरे चरण में हैं और अब हमें पूरी कोशिश करनी है कि तीसरे स्टेज में जाने से हर हाल में बचा जाए. उन्होंने कहा कि यह संकट का समय है. हमारा समेकित प्रयास यह होना चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का पता लगाकर, पृथक रखकर और जांच कराकर महामारी को दूसरे स्टेज से आगे नहीं बढ़ने दें.
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने कहा कि हमें तैयारी तीसरे चरण से भी निटपने की रखनी है, ताकि समस्या आने पर किसी तरह की अफरा-तफरी की स्थिति नहीं रहे. बता दें कि झारखंड में अब तक कोरोना वायरस के लिए कुल 490 लोगों की जांच की जा चुकी है, जबकि 7 हजार लोगों को सरकारी केंद्रों पर पृथक रुप से रखा गया है.
यह भी पढ़ें: कोरोना से जंग: रांची डिवीजन में बनेगा 60 रेल डिब्बों का आइसोलेशन वार्ड
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के मुताबिक, 490 लोगों की जांच में अब तक सिर्फ दो ही संक्रमित पाए गए हैं और 100 की रिपोर्ट आनी शेष है. सरकारी केंद्रों में 7 हजार लोगों को पृथक रखने के अलावा लगभग एक लाख लोगों को उनके घरों में पृथक रहने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक रांची और हजारीबाग में संक्रमण का एक-एक मामला मिला है.
यह वीडियो देखें: