झारखंड (Jharkhand) में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है. इस बीच, राजधानी रांची का हिंदपीढ़ी इलाका कोरोना संक्रमण के मामले में हॉटस्पॉट बना हुआ है. झारखंड में अबतक कोरोनावायरस (Corona Virus) से संक्रमितों की संख्या 41 है. इसमें से आधे से अधिक यानी 24 पॉजिटिव मरीज रांची (Ranchi) के हैं, जिसमें 23 हिंदपीढ़ी से हैं. इनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक हिंदपीढ़ी का रहने वाला था.
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पिछले सप्ताह नगर निगम के कर्मचारियों ने हिंदपीढ़ी मोहल्ले की सफाई के दौरान स्थानीय लोगों के कर्मचारियों पर थूकने के आरोप लगाए थे तथा सफाई कर्मचारियों ने उस क्षेत्र में जाने से इंकार कर दिया था. पुलिसकर्मियों से भी यहां के लोगों का आमाना-सामना हुआ था. उल्लेखनीय है कि राज्य का पहला कोरोना मरीज भी हिंदपीढ़ी में मिला था. इसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या बढ़ती गई और उसके बाद सरकार और प्रशासन ने कड़ाई बरतनी शुरू की. कोरोना मरीज की संख्या बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे हिंदपीढ़ी को सील कर दिया है. किसी भी व्यक्ति को हिंदपीढ़ी में न तो प्रवेश करने दिया जा रहा है और न ही किसी को बाहर जाने दिया जा रहा है.
खाद्यान की समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से हिंदपीढ़ी के सभी लोगों को राशन का वितरण किया जा रहा है. इसी क्रम में रविवार को 200 लोगों के बीच राशन सामग्री का वितरण किया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'लगातार तीसरे दिन भी जिला प्रशासन की ओर से क्षेत्र के लोगों के घर तक आकस्मिक खाद्यान्न सामग्री पहुंचाई गई. इस काम में वॉलंटियर्स लगे हैं, जो लोगों के घर तक किट पहुंचा रहे हैं.' प्रशासन की ओर से हिंदपीढ़ी के आठ हजार घरों तक राशन सामग्री पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
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इस बीच, हिंदपीढ़ी में लगातार मिल रहे पॉजिटिव मरीजो के बाद लोग परेशान हैं. हालांकि अब महिलाएं कोरोना जांच के प्रति ज्यादा गंभीर नजर आ रही हैं. रांची सदर के पुलिस उपाधीक्षक नीरज कुमार मानते हैं कि जांच कराने वालों में महिलाएं ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जांच लगातार जारी है. उल्लेखनीय है कि मार्च के अंत में यहां एक धर्मस्थल से 25 लोगों को पकड़ा गया था, जिसमें से 19 विदेशी थे. इन्हीं में से एक मलेशियाई महिला राज्य में पहली कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी.
भाजपा ने आरोप लगाया है कि हिंदपीढ़ी में सही ढंग से लॉकडाउन का पालन नहीं किया जा रहा है. भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार के हर संभव मदद के बावजूद राज्य सरकार में इस गंभीर संकट से निपटने के लिए ²ढ़ इच्छाशक्ति का अभाव स्पष्ट झलक रहा है. हेमंत सरकार की मंशा महामारी से लड़ने की नहीं, बल्कि तुष्टिकरण की है. पत्र में कहा गया है कि रांची स्थित हिंदपीढ़ी क्षेत्र हॉटस्पॉट में तब्दील हो चुका है, लेकिन क्या कारण है कि यहां लॉकडाउन का माखौल उड़ रहा है, कोरोना योद्धाओं को रोज अपमानित होना पड़ रहा है.
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