logo-image

पलामू में धर्मांतरण का खेल, शादीशुदा महिला से किया निकाह

पलामू में धर्मांतरण का खेल शुरू हो चुका है. पीड़ित परिवार ने भाजपा विधायक से न्याय की गुहार लगाई. आज देश में धर्मांतरण के खेल की खबर कई जगहों से सुनने को मिलता रहा है, लेकिन मामला पलामू का है.

Updated on: 07 Aug 2023, 01:32 PM

highlights

  • पलामू में धर्मांतरण का खेल
  • शादीशुदा महिला से किया निकाह
  • परिजनों ने विधायक से मांगी मदद

Palamu:

पलामू में धर्मांतरण का खेल शुरू हो चुका है. पीड़ित परिवार ने भाजपा विधायक से न्याय की गुहार लगाई. आज देश में धर्मांतरण के खेल की खबर कई जगहों से सुनने को मिलता रहा है, लेकिन मामला पलामू का है. पलामू के पाकी विधानसभा क्षेत्र में भी धर्मांतरण का खेल शुरू हो गया. मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर दरियारा के वार्ड नंबर 37 के निवासी जितेंद्र मिश्रा की पुत्री आकांक्षा मिश्रा का. छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर दरियारा के वार्ड नंबर 37 के निवासी जितेंद्र मिश्रा के बेटे आकांक्षा मिश्रा जिनकी शादी हिन्दू रीति रिवाज के साथ समाज के समक्ष 15-03-2023 को छत्तीसगढ़ के सूरजपुर निवासी नितिन कुमार के साथ हुई थी. उस समय आकांक्षा मिश्रा B.Ed कर रही थी. 18 मई, 2023 को आकांक्षा B.Ed की परीक्षा देने के लिए भिलाई गई हुई थी.

यह भी पढ़ें- गिरिडीह में बस हादसे में बड़ा खुलासा, स्कूटर के इंश्योरेंस पर चल रही थी बस

पलामू में धर्मांतरण का खेल

जब वह भिलाई पहुंची, तो पाकी विधानसभा क्षेत्र के तरहसी थाना क्षेत्र के गुरहा निवासी साजिद खान ने आकांक्षा मिश्रा को किडनैप कर लिया. जिसके बाद आकांक्षा को पाकी विधानसभा के तरहसी थाना क्षेत्र के गुरहा ले आया गया और धर्मांतरण कर निकाह कर लिया. जिसके बाद गुरहा पंचायत के मुखिया सब्बाफिरदोस और पंचायत सचिव ईश्वरी के हस्ताक्षर से एक नोटिस आकांक्षा मिश्रा के परिजनों को भेजा गया. जिसमें बताया गया कि धर्मांतरण के बाद निबंधन कराने की बात का उल्लेख रहा.

शादीशुदा महिला का धर्मांतरण करवा किया निकाह

परेशान आकांक्षा मिश्रा के पिता और पति छत्तीसगढ़ से पहुंचे और झारखंड पलामू की पाकी विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक कुशवाहा डॉक्टर शशिभूषण मेहता से न्याय की गुहार लगाई. वर्तमान विधायक ने मामले को सुना और बताया कि धर्मांतरण करना किसी भी समुदाय के लिए सही नहीं है, जो हुआ वह गलत हुआ है. यदि 24 घंटे के अंतराल में आकांक्षा मिश्रा वापस नहीं आती है तो साक्षर करने वाले मुखिया और पंचायत सचिव के साथ प्रखंड कार्यालय का तालाबंदी कर दिया जाएगा. साथ ही हिंदू धर्म के चाहने वाले लोगों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेवारी प्रखंड और जिला के अधिकारियों और पदाधिकारियों की रहेगी.