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Gumla News: गुमला में DFO की सराहनीय पहल, बंजर जमीन को जंगल में किया तब्दील

गुमला में कभी बंजर पड़ी जमीन आज हरे-भरे पेड़-पौधौं से लहलहा रही है. 35 हैक्टेयर की ये जमीन कभी बेकार पड़ी थी, लेकिन जिले के DFO की पहल से आज ये जंगल में तब्दील हो गई है.

Updated on: 02 Nov 2022, 10:21 AM

highlights

.DFO की सराहनीय पहल
.बंजर जमीन पर लगाए पेड़-पौधे
.35 हेक्टेयर की जमीन जंगल में तब्दील
.कभी बंजर थी जमीन आज पेड़ों से पटी
.अधिकारियों और ग्रामीणों की हो रही सराहना

Gumla:

गुमला में कभी बंजर पड़ी जमीन आज हरे-भरे पेड़-पौधौं से लहलहा रही है. 35 हैक्टेयर की ये जमीन कभी बेकार पड़ी थी, लेकिन जिले के DFO की पहल से आज ये जंगल में तब्दील हो गई है. कल तक जो जमीन बंजर और वीरान पड़ी थी. वहां आज हरियाली की चादर है. जिस जमीन को बेकार मानकर छोड़ दिया गया था वो अब घने जंगल में तब्दील हो रही है. जिस जमीन पर खेती बारी तो दूर कोई पौधे भी नहीं लगाना चाहता था वो जमीन आज हरे-भरे पेड़-पौधों से पटी पड़ी है. 

गुमला के बड़गांव में जमीन का एक बड़ा हिस्सा वीरान पड़ा था. सिसई के बड़गांव का एक क्षेत्र सालों से बंजर था, लेकिन डीएफओ श्रीकांत वर्मा ने 35 हेक्टेयर की इस जमीन को दोबारा हरा-भरा बनाने का मन बना लिया. फिर क्या था... वन विभाग के तमाम अधिकारियों और ग्रामीणों ने मिलकर जमीन पर पौधे लगाने शुरू कर दिए. देखते ही देखते बंजर जमीन आज जंगल में तब्दील हो गई है.

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डीएफओ श्रीकांत वर्मा और उनकी टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से इस पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर दिया है. डीएफओ की ये पहल आज वह पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. अब इस जंगल को देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण भी आते हैं और वन-विभाग के अधिकारियों और आम लोगों की पहल की सराहना करते नहीं थकते.

गौरतलब है कि एक तरफ जहां विकास के अंधे दौड़ में सैंकड़ों एकड़ जमीन पर लगे पेड़-पौधों को पलभर में बर्बाद कर दिया जाता है और विकास के नाम पर पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया जाता है. ऐसे में अधिकारियों और ग्रामीणों की ये पहल बेहद सराहनीय है. उम्मीद है कि गुमला के ग्रामीणों और अधिकारियों से और लोग भी सीख लेंगे और राज्य की तस्वीर बदलने में अपना योगदान देंगे.

रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह