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झारखंड में बच्चों को नहीं मिल रही थी सरकारी सुविधा, जानकारी मिलते ही शिक्षा मंत्री पहुंचे स्कूल

कड़ाके की ठंड में हर कोई बचाव के उपाय कर रहे हैं. वहीं, झारखंड में स्कूली बच्चों को इस कड़ाके की ठंड में ना ही स्वेटर मिली है और ना ही स्कूल ड्रेस मिली है.

Updated on: 10 Jan 2023, 01:15 PM

highlights

  • न्यूज स्टेट की खबर का असर
  • बच्चों को नहीं मिल रही थी सरकारी सुविधा
  • न्यूज स्टेट ने दिखाई खबर...जिसका हुआ असर
  • स्कूल पुहंचे झारखंड के शिक्षामंत्री
  • स्कूल का लिया जायाजा...बच्चों से मिले शिक्षा मंत्री
  • समाज और जनता के बीच न्यूज स्टेट बना सेतु

Ranchi:

कड़ाके की ठंड में हर कोई बचाव के उपाय कर रहे हैं. वहीं, झारखंड में स्कूली बच्चों को इस कड़ाके की ठंड में ना ही स्वेटर मिली है और ना ही स्कूल ड्रेस मिली है. ग्राउंड रिपोर्ट जानने के लिए न्यूज़ स्टेट की टीम नामकुम के हंसराज बाधवा हाई स्कूल पहुंची. जहां कैमरे में जो बच्चों की तस्वीर कैद हुई उसे देखकर आप भी दंग रह जाएंगे. यहां बच्चों के पास ना तो स्कूल ड्रेस है और ना ही गर्म कपड़े. ऐसे में जब हमारी टीम ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से बात की तो मंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को स्कूल यूनिफार्म और ठंड के कपड़े के लिए पैसे भेज दिए गए हैं, लेकिन अब सवाल ये उठता है कि आखिर राज्य सरकार ने पैसे भेज दिए है तो इन नौनिहालों को अब तक ठंड के कपड़े क्यों नहीं मिलें. 

रांची में कड़ाके की ठंड
आपको बता दें कि उत्तर भारत में ठंड का जबरदस्त कहर देखने को मिल रहा है. मैदानी इलाके पूरी तरह से ठंड की चपेट में है. बिहार-झारखंड सहित देश की कई हिस्से कोहरे की चादर में लिपटे हुए हैं. सड़कों पर विजिबिलिटी कम है, जिसकी वजह से हादसों का सिलसिला बढ़ गया है. मैदानी इलाकों में बर्फबारी से ठिठुरन और बढ़ गई है. ट्रेन और फ्लाइट के परिचालन पर भी असर पड़ रहा है. रांची में कड़ाके की ठंड से लोगों को फिलहाल निजात मिलती नहीं दिख रही है. बंगाल की खाड़ी में चल रही हवाओं की रफ्तार कम होने की वजह से ठंड बढ़ी है. बीती रात रांची के कांके का न्यूनतम डिग्री 1.2 डिग्री था. वहीं, मैक्सलुक्सी गंज का तापमान शून्य तक चला गया. 

बच्चों को नहीं मिली ड्रेस
कड़ाके की ठंड में बच्चे परेशान हो रहे हैं. आपको बता दें कि रांची क्षेत्र के एक स्कूल में हमारी टीम पहुंची. जहां बच्चों को बगैर यूनिफॉर्म और गर्म कपड़े देखा और नौनिहालों से बात करनी शुरू कर दी. नौनिहालों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से स्कूल की ड्रेस और ऊनी कपड़ों के पैसे हमारे बैंक अकाउंट में नहीं आ रहे हैं, जिससे अपने घरों के यूनिफॉर्म में ही स्कूल पहुंचते हैं और पढ़ाई करते हैं. बच्चों की ये बात सुनकर स्कूल प्राचार्य हैरान हो गए और पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया. प्राचार्य ने यह तक कह दिया कि सरकार की ओर से डीवीटी राशि की योजना स्कूल के बच्चों को नहीं दी जा रहा है, जिसके कारण बच्चों को स्कूल यूनिफार्म में आने में परेशानी हो रही है. 

जानिए शिक्षा मंत्री ने क्या कहा
तभी हमारी टीम ने मौके से शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को फोन लगा दिया और स्कूल ड्रेस डीबीटी योजना के तहत स्कूलों को मिलने वाले रुपये का पर्दाफाश हो गया. शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने आश्वासन दिया है कि जल्दी राजधानी क्षेत्र के अलावे झारखंड के स्कूलों का भ्रमण किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक संख्या में बच्चे झारखंड सरकार के दिए हुए यूनिफार्म पहन कर ही स्कूल पहुंचे और बेहतर शिक्षा हासिल करें.

खबर का असर
खबर का असर ये हुआ कि 1 घंटे के अंदर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो अपने काफिले के साथ स्कूल पहुंचे. हमारी खबर को देखकर शिक्षा मंत्री मौके पर हंसराज बाधवा हाई स्कूल पहुंचे. जहां स्कूल के छात्रों ने अपनी समस्या सीधे शिक्षा मंत्री के सामने रखी. हमारे चैनल न्यूज स्टेट पर शिक्षामंत्री ने कहा कि आपकी खबर को देखकर मैं तुरंत स्कूल पहुंचा हूं. साथ ही न्यूज स्टेट के कैमरे के सामने ही शिक्षामंत्री ने अधिकारियों को फोन कर निर्देश भी दिए.

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