गुमला का ललित उरांव बस स्टैंड प्रशासनिक उदासीनता की मार झेल रहा है. बस स्टैंड में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है. जिसके चलते यहां आने वाले यात्रियों को तो परेशानी होती ही है. साथ ही यहां से जिन बसों का परिचालन होता है उसके स्टाफ को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बस स्टैंड में ना तो पानी का इंतजाम है, ना ही शौचालय की व्यवस्था. जिसके चलते सबसे ज्यादा परेशानी महिला यात्रियों को होती है. इसके अलावा स्टैंड के चारों तरफ फैली गंदगी भी लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है. ये हालात तब है जब ये बस स्टैंड सबसे व्यस्त बस स्टैंडों में से एक है. यहां से हर दिन लगभग 200 से ज्यादा बसों का परिचालन होता है. बावजूद यहां की बदहाली पर जिला प्रशासन का ध्यान नहीं जाता.
बस स्टैंड बदहाल, आवाजाही मुहाल
ललित उरांव बस स्टैंड में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं
ना पानी की व्यवस्था, ना शौचालय की सुविधा
यात्रियों को होती है परेशानी
प्रशासन की अनदेखी का दंश झेल रहे लोग
जिले के इस बस स्टैंड की हालत देख ये कहना गलत नहीं होगा कि राज्य सरकार की ओर से बस स्टैंड को मॉडल बस स्टैंड बनाने का सपना फाइलों तक सिमट कर रह गया है. स्थानीय लोग इस बस स्टैंड की बदहाली का जिम्मेदार जिला प्रशासन को बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि हर साल लाखों करोड़ों रुपए विकास के नाम पर खर्च किए जाते हैं. बावजूद बस स्टैंडों की ये दुर्दशा अधिकारियों पर सवाल खड़े करती है. यहां के स्टाफ से लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से इसकी शिकायत की है. लेकिन अभी तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. सवाल करने पर जिला प्रशासन बस स्टैंड को लेकर गंभीरता दिखाने का दावा कर देता है, लेकिन देखना ये होगा कि प्रशासन का ये दावा आने वाले समय में कितना सच साबित होता है.
HIGHLIGHTS
- बस स्टैंड बदहाल, आवाजाही मुहाल
- ललित उरांव बस स्टैंड में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं
- ना पानी की व्यवस्था, ना शौचालय की सुविधा
Source : News State Bihar Jharkhand