logo-image

Jharkhand News: धनबाद में धरनास्थल पर किया गया बम विस्फोट, फिर भी अपनी मांग पर अड़े ग्रामीण

ग्रामीणों के शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान शुक्रवार शाम में एक के बाद एक 6 बम विस्फोट धरना स्थल से कुछ दूरी पर असामाजिक तत्वों द्वारा किया गया. जिससे मौके पर अफरा तफरी मच गई.

Updated on: 05 Aug 2023, 01:37 PM

highlights

  • धरना पर बैठ आंदोलन कर रहे ग्रामीण
  •  एक के बाद एक किये गए 6 बम विस्फोट 
  • इलाके में लगा दिया गया धारा 144 
  • लिखित आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला - ग्रामीण

Dhanbad:

धनबाद बीसीसीएल पूर्वी झरिया क्षेत्र के भौरा फोर ए फायर पेंच में झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के बैनर तले सेकड़ो ग्रामीण रैयत जमीन अधिग्रहण के बावजूद मुआवजा राशि और नियोजन नहीं मिलने के विरोध में कम्पनी के काम को अनिश्चितकालीन समय के लिये ठप कर कार्य स्थल पर धरना पर बैठ आंदोलन कर रहे हैं. यहीं नहीं कल धरनास्थल से कुछ दूर पर एक के बाद एक 6 बम विस्फोट भी किये गए, लेकिन ग्रामीण पीछे नहीं हटे और अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं.  

इलाके में लगा दिया गया धारा 144 

ग्रामीणों के आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने बीसीसीएल प्रबंधन के आग्रह पर उक्त पेंच के 500 मिटर के दायरे में धारा 144 लगा दिया है, लेकिन धारा 144 के बावजूद  ग्रामिण अपनी मांग को लेकर शुक्रवार से आंदोलन पर हैं. ग्रामीणों के आंदोलन को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल, सीआईएसएफ और मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है. 

6 बम विस्फोट किए गए 

ग्रामीणों के शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान शुक्रवार शाम में एक के बाद एक 6 बम विस्फोट धरना स्थल से कुछ दूरी पर असामाजिक तत्वों द्वारा किया गया. जिससे मौके पर अफरा तफरी मच गई. ग्रामीणों में भगदड़ की स्थिति हो गई. पुलिस, सीआईएसएफ माहौल को बिगड़ने से बचाया लिया. जिस स्थान पर बम फेंका गया था वहां से पुलिस ने बम का अवशेष जब्त कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है. 

यह भी पढ़ें : Bihar Politics: शिक्षा की समस्याओं को लेकर सीएम नीतीश की बैठक आज, सभी दल के नेता होंगे शामिल

'लिखित आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला'

ग्रामीणों का कहना है कि जमीन हमारी है तो इस पर धारा 144 कोई और कैसे लगा सकता है. 22 एकड़ या उससे भी अधिक जमीन अधिग्रहण कर बीसीसीएल कोयला निकाल रही है. मुआवजा, नियोजन को लेकर कई बार आंदोलन किया गया, लेकिन केवल लिखित आश्वासन के सिवा हमें कुछ भी नहीं  मिला है. अब जो भी बात होगी वो खुले मंच पर होगी. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा.