Jharkhand Poll : झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका, केंद्रीय सचिव ने पार्टी से इस्तीफा दिया

झारखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगा है. केंद्रीय कमेटी के सचिव अकील अख्तर ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है.

झारखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगा है. केंद्रीय कमेटी के सचिव अकील अख्तर ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है.

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Dalchand Kumar
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Jharkhand Poll : झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका, केंद्रीय सचिव ने पार्टी से इस्तीफा दिया

झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका, केंद्रीय सचिव ने पार्टी छोड़ी( Photo Credit : फाइल फोटो)

झारखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगा है. केंद्रीय कमेटी के सचिव अकील अख्तर ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है. अकील अख्तर ने पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन को अपना इस्तीफा भेजा है. सोमवार को लिखे पत्र में अख्तर ने कहा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तथा केंद्रीय सचिव का पद छोड़ रहे हैं. उनके त्यागपत्र की एक प्रति मीडिया को जारी की गई है. हालांकि, उन्होंने पार्टी छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया है. अख्तर के विश्वस्त सहयोगी ने बताया कि वह बुधवार को संभवत: आजसू में शामिल हो सकते हैं.

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गौरतलब है कि राज्य में साल 2012 तक हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी थी. लेकिन बाद में झामुमो ने बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस से हाथ मिला लिया था. इस बार के विधानसभा चुनाव में झामुमो-कांग्रेस-राजद के महागठबंधन ने पहले ही राज्य में साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिसमें सोरेन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. राज्य में झामुमो 43 सीटों पर, कांग्रेस 31 सीटों पर और शेष 7 सीटों पर राजद चुनाव लड़ेगी.

अब तक कांग्रेस ने 6 सीटों, राजद ने 5 सीटों और झामुमो ने 3 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. झामुमो ने गुमला से भूषण तिर्की, बिशुनपुर से चमरा लिंडा और गढ़वा से मिथिलेश कुमार ठाकुर को अपना प्रत्‍याशी बनाया है. बता दें कि राज्य में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में चुनाव होगा, जबकि 23 दिसंबर को मतगणना होगी.

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उधर, झारखंड में भारतीय जनता पार्टी का पूरा गणित बिगड़ता जा रहा है. महाराष्ट्र में बीजेपी के कड़े रुख के कारण झारखंड में गठबंधन में साफ दरार पड़ती दिख रही है. जदयू ने राज्य की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 50 सीटों पर अकेले लड़ने का फैसला कर बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. बीजेपी की सहयोगी पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) ने भी अपने 11 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी. जिसमें कम से कम तीन सीटों पर आजसू और बीजेपी के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे.

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