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ATM से पैसे निकालने से पहले हो जाए सावधान, कहीं आप भी ना हो जाए साइबर ठगी का शिकार

साइबर ठग धनबाद के वैसे जगह एवं एटीएम को चिन्हित करते हैं जहां अक्सर लोग अपनी मजबूरी या जल्दी बाजी में पैसे की निकासी करते हैं. एटीएम तो जाते हैं पैसे निकालने और पैसा निकलने का मैसेज भी प्राप्त होते है, लेकिन पैसा आपके हाथ नहीं लगता है.

Updated on: 21 Jan 2023, 11:45 AM

highlights

  • भाई के इलाज के लिए एटीएम से निकालने गया था पैसा 
  • प्लाई बोर्ड से ढंका हुआ था एटीएम मशीन  
  • प्लाई बोर्ड को बाहर निकाला तो मेरे 9500 रुपये मिल गए
  • अस्पताल के पास कई दिनों से साइबर ठग हैं एक्टिव 

 

Dhanbad:

अगर आप धनबाद में रहते हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. साइबर अपराधियों का हब माने जाने वाला जामताड़ा का नाम तो आपने सुना ही होगा लेकिन अब जामताड़ा के ठग धनबाद के कई एटीएम पर कुंडली मारकर बैठ गए हैं. साइबर ठग धनबाद के वैसे जगह एवं एटीएम को चिन्हित करते हैं जहां अक्सर लोग अपनी मजबूरी या जल्दी बाजी में पैसे की निकासी करते हैं. एटीएम तो जाते हैं पैसे निकालने और पैसा निकलने का मैसेज भी प्राप्त होते है, लेकिन पैसा आपके हाथ नहीं लगता है.

भाई के इलाज के लिए निकाले थे एटीएम से पैसे 

घटना के संबंध में केंदुआ पुटकी के निवासी सुनील कुमार पांडे ने बताया कि मेरे भाई जो गंभीर बीमारी से ग्रसित है. वो धनबाद के जोड़ा फाटक पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में भर्ती हैं और इलाज के लिए पैसे की कमी होना आम बात है. इसलिए लगभग 3 बजे दिन में मैं पाटलिपुत्र नर्सिंग होम के सामने बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम पहुंचा. जहां अपना एटीएम डालकर लगभग 9500 रुपया निकालने लगा जिसके बाद एटीएम मशीन में पैसा कलेक्ट का मैसेज देखने को मिला और मेरे मोबाइल पर भी 9500 रुपया कटने का मैसेज भी प्राप्त हो गया लेकिन पैसा मेरे हाथ नहीं लगा जिसके बाद मैं काफी परेशान होने लगा और फिर मैंने अपने परिजन को फोन कर एटीएम के पास बुलाया और घटना के संबंध में जानकारी दी. 

प्लाई बोर्ड से ढंका हुआ था एटीएम मशीन  

मामले को लेकर स्थानीय धनसार थाना को सूचित किया गया और नजदीकी बैंक ऑफ इंडिया शाखा और धनसार पुलिस को इस मामले में सूचना दी गई.  लेकिन घंटों इंतज़ार के बाद जब ना तो बैंक अधिकारी पहुंचे और ना ही धनसार थाना की कोई पुलिस पहुंची तो मैंने हारकर फिर से पैसा कलेक्ट करने की  जगह को अच्छे से निहार कर देखा तो वहां पर पूरी सतर्कता के साथ प्लाई बोर्ड से ढके हुए थे जिसके बाद मैंने और मेरे परिजन ने प्लाई बोर्ड को किसी तरह बाहर निकाला तो मेरे अपने पैसे 9500 रुपया प्राप्त हो गए. 

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अस्पताल के पास कई दिनों से साइबर ठग हैं एक्टिव 

यह घटना आपके और आपके परिवार के साथ भी घट सकती है. वैसे जगह पर साइबर ठग एक्टिव हैं जहा मरीज को लेकर अस्पताल में पहुंचते है पैसे को लेकर एटीएम निकालने पहुंचते हैं तो उनके अकाउंट से तो पैसे कट जाते हैं लेकिन उनका पैसा प्राप्त नहीं होता है वह मजबूर होकर वापस चले जाते हैं लेकिन देखना यह है कि बैंक ऑफ इंडिया शाखा के अधिकारी ऐसे घटना को नजरअंदाज कितने दिनों से और कब तक करेंगे. जबकि वहां पर कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह की घटना यहां पर कई दिनों से देखने को मिल रहा है. कई लोग यहां पैसा निकालने आते हैं उनके अकाउंट से पैसा कट जाते हैं लेकिन पैसे उन्हें प्राप्त नहीं होते हैं.