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बिना MLA बने मंत्री बनेंगी बेबी देवी, इतिहास दोहराएंगे CM हेमंत सोरेन

झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का संक्षिप्त विस्तार होगा. शिक्षा मंत्री के पद पर रहते हुए 6 अप्रैल को दिवंगत हुए जगरनाथ महतो की जगह उनकी पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाया जाना तय हो गया है. उन्हें तीन जुलाई को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी.

Updated on: 02 Jul 2023, 01:19 PM

highlights

  • बेबी देवी बनेंगी झारखंड सरकार में मंत्री
  • 3 जुलाई 2023 को लेंगी मंत्रिपद की शपथ
  • स्व. जगरनाथ महतो की पत्नी हैं बेबी देवी

Ranchi:

झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का संक्षिप्त विस्तार होगा. शिक्षा मंत्री के पद पर रहते हुए 6 अप्रैल को दिवंगत हुए जगरनाथ महतो की जगह उनकी पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाया जाना तय हो गया है. उन्हें तीन जुलाई को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. दोपहर में राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बेबी देवी मंत्री पद की शपथ लेंगी. जगरनाथ महतो गिरिडीह के डुमरी विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के विधायक थे. चेन्नई में इलाज के दौरान उनके निधन के बाद 90 दिनों से डुमरी विधानसभा के उपचुनाव और मंत्री पद की शपथ को लेकर कयास चल रहे थे. पहले जगरनाथ महतो के बेटे अखिलेश महतो के चुनाव लड़ने और मंत्री बनने की चर्चा चल रही थी, लेकिन उनकी उम्र 25 वर्ष से कम होने की वजह से अब स्व. महतो की पत्नी को मंत्री बनाया जाना तय हुआ है.

यह भी तय माना जा रहा है कि डुमरी विधानसभा क्षेत्र में जल्द ही होने वाले उपचुनाव में बेबी देवी ही झामुमो की उम्मीदवार होंगी. बेबी देवी ने जून के दूसरे सप्ताह में जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी. सीएम हेमंत सोरेन पहले भी इस तरह का प्रयोग कर चुके हैं. हेमंत सोरेन ने मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद उनके पुत्र हफीजुल हसन अंसारी को वर्ष 2021 में बगैर विधायक बने मंत्रिमंडल में जगह दी थी. बाद में वह उपचुनाव में झामुमो उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे थे.

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6 अप्रैल 2023 को हुआ था 'टाइगर' का निधन

बता दें कि जगरनाथ महतो काफी समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में गुरुवार, 6 अप्रैल 2023 की सुबह 8.40 बजे में अंतिम सांस ली. आपको बता दें कि जगरनाथ महतो लंबे समय से बिमार चल रहे थे. हाल ही में उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर चेन्नई भेजा गया था. 56 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. महतो को झारखंड में 'टाइगर' कहा जाता था. महतो ने झारखंड आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी. उनका जन्म 1 जनवरी 1967 को हुआ था. इस खबर के बाद से ही झारखंड में शौक की लहर है. महतो के निधन पर तमाम राजनीतिक दलों ने दुख व्यक्त किया है. महतो डूमरी से जेएमएम के विधायक थे.