Weather Update: देश में जब भी प्रचंड गर्मी पड़ती है तो पूरे देश के लोग जम्मू कश्मीर की ओर रुख करते हैं. लेकिन इस बार जम्मू और कश्मीर दोनों ही जगहों को हीट वेव ने अपनी चपेट में ले लिया है. जम्मू समेत कश्मीर के सभी इलाकों में पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा है, जिसने स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों की मुसीबत बढ़ा दी है. अगर जम्मू की बात करें तो जम्मू हीट वेव की चपेट में है. जम्मू में पारा लगातार 42 डिग्री के ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है. पारा बढ़ने के चलते जम्मू की सड़कें सूनी पड़ी हैं. लोगों को पानी और बिजली की किल्लत से भी जूझना पड़ रहा है.
ऐसा ही कुछ हाल कटरा माता वैष्णो देवी का है, जहां पारा 39 डिग्री रिकॉर्ड किया जा रहा है. पारा बढ़ने के कारण होटलों में पानी की कमी हो गई है. वहीं श्रीनगर में पारा 33 डिग्री के पार हुआ है जो 2016 के बाद सबसे ज्यादा है. इसके साथ काज़ीगुंड, बनिहाल, पुलवामा और दूसरे पहाड़ी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से पारा 30 डिग्री के ऊपर चल रहा है. ऐसे में जम्मू और कश्मीर दोनों जगह भयंकर गर्मी पड़ रही है और सभी इलाके लू की चपेट में हैं. अगर जम्मू कश्मीर में बढ़ती गर्मी की बात करें तो इसके पीछे विशेषज्ञ कई कारण बता रहे हैं. जम्मू कश्मीर में बढ़ती गर्मी की सबसे बड़ी वजह कम बर्फबारी होना बताया जा रहा है. बेमौसमी और कम बर्फ की वजह से इस बार पहाड़ों में बर्फ जल्दी पिघल रही है, जिसकी वजह से पहाड़ी इलाकों में गर्मी बढ़ रही है. इसके साथ जम्मू कश्मीर में इस बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की तीव्रता भी कम देखी जा रही है, जिसके कारण जम्मू कश्मीर में बारिश नहीं हो रही है.
इसके साथ ही गर्मी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ग्लोबल वार्मिंग को भी बताया जा रहा है. ग्लोबल वार्मिंग के चलते मौसम में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जो दुनिया भर में गर्मी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है. अभी तक 20वीं सदी में 2000 को सबसे गर्म साल बताया जाता है, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक 2024 इसका रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस सदी का सबसे गर्म साल हो सकता है. ऐसे में साफ है कि मैदानों के साथ पहाड़ों दोनों जगहों पर इस साल गर्मी लोगों की तकलीफों को बढ़ा सकती है.
Source : News Nation Bureau