सुरक्षा एजेंसियों को आशंका, हिजबुल मुजाहिदीन ने की लेफ्टिनेंट फयाज की हत्या, 6 आतंकियों की हुई पहचान
जिस हथियार का प्रयोग किया गया है वो हाल ही में पुलिस से छीने गए इंसास राइफल हो।
नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर पुलिस ने लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या मामले में हिजबुल मुजाहिदीन संगठन के हाथ होने की आशंका ज़ाहिर की है। उन्होंने ये भी कहा कि हो सकता है फयाज की हत्या के लिए जिस हथियार का प्रयोग किया गया है वो हाल ही में पुलिस से छीने गए इंसास राइफल हो।
सुरक्षा एजेंसियों ने लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या को अंजाम देने वाले 6 आतंकियों की पहचान होने का भी दावा किया है। हत्या के पीछे हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ होने का शक है। मुमकिन है कि हत्या में हाल में सुरक्षा बलों से लूटे गए हथियारों का इस्तेमाल किया गया हो। फयाज के शरीर पर दो गोलियों के जख्म हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि लेफ्टिनेंट उमर फयाज के शरीर पर प्रताड़ित करने का कोई निशान नहीं मिला है, हालांकि अब तक इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार किया जाएगा।
कश्मीर पुलिस के इंसपेक्टर जनरल एसजेएम गिलानी ने कहा कि हमने शुरुआती जांच की है और इस दौरान जो सबूत मिले हैं वो हिजबुल मॉड्युल की तरफ इशारा करते हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हत्या करने में जिन छह आतंकवादियों का हाथ सामने आया है, उन्हें जल्दी ही पकड़ लिए जाने की उम्मीद है। कश्मीर के हालात पर लगातार नजर रख रहे एक अफसर ने बताया कि उमर की हत्या ने कश्मीरी समाज को झकझोर दिया है और स्थानीय लोग हमारे साथ आ रहे हैं, जिसके कारण हमें सफलता मिलने जा रही है।
लेफ्टिनेंट उमर फयाज 9-10 मई की रात को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में मृत पाए गए थे। वह छुट्टी पर थे और रिश्तेदार के यहां शादी में शामिल होने गए थे।
बताया गया है कि वह नैशनल डिफेंस अकैडमी में होने के दौरान फयाज कई बार छुट्टी पर घर गए थे, लेकिन कभी जान का खतरा होने की जानकारी नहीं दी थी। लेफ्टिनेंट उमर फयाज की अपने गांव में ईमानदारी के लिए काफी प्रतिष्ठा थी।
अनुमान लगाया जा रहा है कि आतंकवादियों ने उन्हें फौज छोड़कर अपने साथ जुड़ने का लालच दिया और नहीं मानने पर उनकी हत्या कर दी।
जम्मू कश्मीरः कश्मीरी आर्मी अफसर की हत्या पर अरुण जेटली का बयान, बोले- कायराना हरकत
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें