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जम्‍मू-कश्‍मीर में नजरबंद तीन नेता रिहा, अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद से थे हिरासत में

जम्‍मू-कश्‍मीर प्रशासन (Jammu and Kashmir) के अफसरों ने बताया, रिहा किए जाने से पहले इन नेताओं ने एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर शांति बनाए रखने और अच्छे व्यवहार का वादा किया.

Updated on: 10 Oct 2019, 01:43 PM

नई दिल्‍ली:

जम्‍मू-कश्‍मीर प्रशासन ने अनुच्‍छेद 370 के निष्‍प्रभावी होने के बाद नजरबंद किए गए नेताओं में से तीन और को गुरुवार को रिहा कर दिया है. रिहा किए गए नेताओं में यावर मीर, नूर मोहम्मद और शोएब लोन आदि शामिल हैं. यावर मीर राफियाबाद विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं, शोएब लोन ने कांग्रेस (Congress) से उत्तर कश्मीर से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे. बाद में उन्‍होंने कांग्रेस छोड़ भी दी थी. नूर मोहम्मद नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकर्ता हैं.

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जम्‍मू-कश्‍मीर प्रशासन के अफसरों ने बताया, रिहा किए जाने से पहले इन नेताओं ने एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर शांति बनाए रखने और अच्छे व्यवहार का वादा किया. इससे पहले 21 सितंबर को जम्‍मू-कश्‍मीर प्रशासन ने पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के इमरान अंसारी और सैयद अखून को रिहा किया था.

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्‍प्रभावी करने और प्रदेश को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद राज्‍य में कई नेताओं, अलगाववादियों, कार्यकर्ताओं और वकीलों समेत हजार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया था.

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हिरासत में लिए गए नेताओं में तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं. इन तीनों नेताओं को अभी नहीं रिहा किया गया है. फारूक अब्दुल्ला को बाद में लोक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया, जबकि अन्य नेताओं को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत हिरासत में लिया गया.