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बिजबिहाड़ा में आतंकियों ने की दो नागरिकों की हत्या

जम्मू-कश्मीर ( Jammu & Kashmir ) के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने दो आम नागरिकों की हत्या कर दी है. जिसके बाद बिजबिहारा की पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है.

Updated on: 29 May 2021, 11:33 PM

highlights

  • अनंतनाग में आतंकियों की गोलीबारी में 2 लोगों की मौत
  • शाहनवाज अहमद और संजीद अहमद पर गोलीबारी की
  • पुलिस सूत्रों ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है

 

श्रीनगर:

दक्षिण कश्मीर ( Jammu & Kashmir ) के अनंतनाग जिले में शनिवार को आतंकवादियों द्वारा करीब से की गई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ( Police ) सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि अनंतनाग के जबलीपोरा बिजबेहरा में आतंकवादियों ने 35 वर्षीय शाहनवाज अहमद भट और 20 वर्षीय संजीद अहमद र्पे पर गोलीबारी की. दोनों ने बाद में दम तोड़ दिया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है.

एनआईए ने आईएस के संचालक के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को कहा कि उसने मदुरै हिज्ब-उत-तहरीर मॉड्यूल मामले में अपनी जांच के संबंध में आईएसआईएस के एक सदस्य मोहम्मद इकबाल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है. एनआईए के एक प्रवक्ता ने यहां कहा कि एजेंसी ने इकबाल के खिलाफ शुक्रवार को चेन्नई की एक विशेष एनआईए अदालत में आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की कई धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल किया है.

अधिकारी ने बताया कि आरोपी इकबाल द्वारा फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट अपलोड करने के संबंध में तमिलनाडु के मदुरै शहर में मामला दर्ज किया गया है. एनआईए ने 15 अप्रैल, 2021 को जांच की जिम्मेदारी अपने कंधे पर ली. आतंकवाद निरोधी जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि फेसबुक पेज 'थोंगा विझीगल रेंडु काजीमार स्ट्रीट में है' पर पोस्ट को इकबाल द्वारा विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक विद्वेष को भड़काने के लिए अपलोड किया गया था, जो सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव के प्रतिकूल था.

अधिकारी ने कहा, .इकबाल ने कई देशों में प्रतिबंधित संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के नाम पर अन्य संदिग्धों के साथ साजिश रची थी और इस्लामिक स्टेट खिलाफत या खिलाफा की स्थापना करने और गैर-इस्लामी सरकारों को उखाड़ फेंकने के लिए भारत सहित विश्व स्तर पर शरिया लागू करने का प्रचार किया था.. अधिकारी ने कहा कि साजिश के एक हिस्से के रूप में इकबाल ने गुप्त बैठकों में भाग लिया था और फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, टेलीग्राम, व्हाट्सएप आदि पर कई सोशल मीडिया अकाउंट भी बनाए थे ताकि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचने के इरादे से पोस्ट अपलोड किया जा सके.