जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में पाक प्रायोजित आतंकी गतिविधियों में आम नागरिकों को निशाना बनाना जारी है. आतंकियों ने मात्र तीन दिनों के अंदर 5 नागरिकों की हत्या करके सरकार की कश्मीर नीति को चुनौती दिया है. दो शिक्षकों की हत्या के बाद राज्य का पुलिस-प्रशासन सतर्क हुआ है. कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने जानकारी दी है कि साल 2021 में अब तक कश्मीर में आतंकवादियों ने कुल 28 नागरिकों को मारे हैं. उन्होंने बताया कि इन 28 लोगों में से पांच स्थानीय हिंदू और सिख समुदायों के हैं और 2 व्यक्ति गैर-स्थानीय हिंदू मजदूर हैं.
कश्मीर के आईजी ने कहा कि बड़ी संख्या में आतंकवादियों के मारे जाने, उनके समर्थन ढांचे के नष्ट होने से, आतंकवादियों के आका निराश हो गए हैं जिसके चलते उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी. विजय कुमार ने बताया कि ऐसे में आतंकियों ने अब महिलाओं अल्पसंख्यक समुदायों के नागरिकों, निहत्थे पुलिसकर्मियों और राजनेताओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
कश्मीर के आईजी ने कहा कि ऐसे तमाम मामलों में आतंकी पिस्टल का इस्तेमाल करते रहे हैं. ये हरकतें नए भर्ती किए गए आतंकी या आतंकियों के रैंक में शामिल होने वाले लोग करते हैं. कुछ मामलों में, ओजीडब्ल्यू को सीधे तौर पर शामिल पाया गया है.
जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर बढ़े हमलों के बीच श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने एक महिला समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस ने यह जानकारी दी.
शिक्षकों की हत्या की व्यापक तौर पर निंदा की जा रही है. पिछले पांच दिनों के भीतर घाटी में सात नागरिकों की हत्या की जा चुकी है और इनमें चार अल्पसंख्यक समुदाय से थे. मंगलवार को श्रीनगर में आतंकवादियों ने एक जाने माने कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू की हत्या कर दी थी.
HIGHLIGHTS
- 2021 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने की 28 नागरिकों की हत्या
- 28 लोगों में से पांच स्थानीय हिंदू और सिख समुदायों के हैं और 2 हिंदू मजदूर
- आतंकियों ने अब पुलिसकर्मियों और राजनेताओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया