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वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम, जारी होंगे RFID Card

श्राइन बोर्ड ने कटरा में एक जनवरी को हुई भगदड़ और आतंकी खतरे को देखते हुए कुछ ऐसे बड़े कदम उठाए हैं, जिससे ना केवल यात्रा को नियंत्रित किया जा सकेगा बल्कि यात्रा के चपे-चपे पर पैनी नजर भी रखी जा सकेगी.

Updated on: 28 Aug 2022, 07:36 AM

Jummu:

कटरा माता वैष्णो देवी भवन का जल्द ही कायाकल्प होने जा रहा है. श्राइन बोर्ड ने कटरा में एक जनवरी को हुई भगदड़ और आतंकी खतरे को देखते हुए कुछ ऐसे बड़े कदम उठाए हैं, जिससे ना केवल यात्रा को नियंत्रित किया जा सकेगा बल्कि यात्रा के चपे-चपे पर पैनी नजर भी रखी जा सकेगी. श्राइन बोर्ड इस साल के अंत तक भवन में स्काईवॉक बनाने के साथ 2500 श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था करने जा रहा है, जो श्रद्धालुओं के भवन में एक रात बिताने के सपने को पूरा करेगा. इसके साथ कटरा पहुंचाने वाले सभी श्रद्धालुओं को अब RFID Card जारी किए जा रहे हैं, जिसकी मदद से श्रद्धालुओं की ट्रैकिंग के साथ भवन के हर हिस्से में श्रद्धालुओं की संख्या का ब्योरा रियल टाइम में श्राइन बोर्ड के कंट्रोल रूम तक पहुंचाना शुरू हो गया है. RFID Card शुरू होने से अब सुरक्षा एजेंसियों के लिए एंटी नेशनल एलिमेंट को यात्रा में शामिल होना से रोकना और ट्रैक पर नजर रखना भी आसान हो गया है.

Skywalk से होंगे माता के दर्शन

भवन में एक जनवरी को हुई भगदड़ के बाद भवन में अब जल्द ही श्रद्धालु Skywalk के जरिए वैष्णो देवी के दर्शन कर पाएंगे. भवन में जिस गेट नंबर 3 के पास भगदड़ हुई थी, श्राइन बोर्ड ने वहां से भवन तक Skywalk बनाने का काम शुरू कर दिया. अब श्रद्धालु जल्द ही Skywalk के जरिए माता वैष्णो देवी के दर्शन कर पाएंगे और दर्शन करने के बाद पुराने रास्ते से बाहर निकल जाएंगे. फिलहाल, श्रद्धालुओं को भवन में दर्शनों के लिए एक ही रास्ते के इस्तेमाल करना पड़ता है, जिसके चलते भवन में अमूमन ज्यादा यात्रा आने पर भीड़ बढ़ जाती है. अगर Skywalk की बात करे तो इसकी लंबाई 200 मीटर लंबी होगी. इसकी चौड़ाई 3 मीटर की होगी. ये पूरा Skywalk Woodan मैटेरियल से बनाया जाएगा, ताकि श्रद्धालु नंगे पांव भी आराम से रास्ते पर चल सके. इस Skywalk से एक साथ 6 हजार श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए आगे जाने की व्यवस्था की गई है. Skywalk में 150 श्रद्धालुओं के बैठाने के लिए बेंच भी लगाए जाएंगे और साथ ही कई सेल्फी प्वाइंट भी बनाए जाएंगे. नवंबर तक से Skywalk बनकर तैयार हो जाएगा.

दुर्गाभवन में रहेंगे 2500 श्रद्धालु

माता वैष्णो देवी भवन में पहुंचने वाले ज्यादातर श्रद्धालुओं की ये इच्छा रहती है कि वो माता के भवन में एक रात बीता सके, लेकिन दरबार में रहने की पर्याप्त मात्रा में रहने की व्यवस्था ना होने के कारण ज्यादातर श्रद्धालुओं को निराश लौटना पड़ता है, लेकिन अब श्राइन बोर्ड द्वारा पिछले साल शुरू किया गया दुर्गा भवन का काम अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है. दुर्गा भवन में श्राइन बोर्ड द्वारा करीब 700 से 800 श्रद्धालुओं के रहने के लिए नि:शुल्क डोरमेट्री की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही मामूली से किराए में दूसरी अन्य डोरमेट्री की व्यवस्था में दुर्गा भवन में तैयार की जा रही है. भवन में पुरुषों और महिलाओं के लिए 100 से ज्यादा स्नानगृह और टॉयलेट की व्यवस्था के साथ भोजन्यालय भी लगभग तैयार किया जा चुकी है. अगले महीने 25 सितंबर को इस भवन के उद्घाटन की तैयारी की जा रही है.

Track पर लगे RFID Card Trackers,PTZ ,CCTV कैमरा

वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब RFID कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है. RFID कार्ड शुरू होने के बाद अब कटरा से दर्शनों के लिए निकलने वाले हर एक यात्री की ट्रैकिंग शुरू हो गई है. यात्रियों की ट्रैकिंग के लिए श्राइन बोर्ड ने बकायदा एक कंट्रोल रूम तैयार किया है. जहां पर बैठकर श्रद्धालुओं की रियल टाइम ट्रैकिंग हो रही है. यात्रा के पड़ाव खासतौर पर बाणगंगा, भवन, सांझी छत, भरोघाटी में होल्डिंग कैपेसिटी को लागतार कंट्रोल रूम के जरिए मोनिटर किया जा रहा है. वैष्णो देवी के अलग-अलग 29 प्वाइंट्स पर ट्रैकर्स और एंटीना लगाए जा चुके हैं. इसके साथ ट्रैक पर श्रद्धालुओं के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए PTZ कैमरा और सीसीटीवी कैमरा भी पूरे ट्रैक पर इंस्टॉल किए गए हैं. इसके साथ 7 काउंटर ऐसे बनाए गए हैं जहां वेरिफिकेशन काउंटर और LED लगाई गई है, जहां सुरक्षाकर्मी RFID कार्ड की जांच कर रहे हैं. यात्रा के लिए ये RFID कार्ड लेना सभी श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य किया गया है. कार्ड के बैगर किसी भी श्रद्धालु को यात्रा करने नहीं दी जा रही है. जो लोग ऑनलाइन यात्रा स्लिप लेते हैं, वो जम्मू और कटरा में बनाए गए किसी भी RFID काउंटर में अपनी पर्ची दिखाकर कार्ड हासिल कर सकते हैं.