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SI Recruitment Scam: CBI की जम्मू-कश्मीर समेत देश की 33 जगहों पर छापेमारी

जम्मू-कश्मीर सरकार ने कुछ महीने पहले प्रदेश में सब इंस्पेक्टर की रिक्रूटमेंट निकाली थी. इस रिक्यूटमेंट के दौरान एक बड़ा घोटाला सामने आया था. इसके बाद सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी.

Updated on: 13 Sep 2022, 02:42 PM

जम्मू:

जम्मू-कश्मीर सरकार ने कुछ महीने पहले प्रदेश में सब इंस्पेक्टर की रिक्रूटमेंट निकाली थी. इस रिक्यूटमेंट के दौरान एक बड़ा घोटाला सामने आया था. इसके बाद सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी. सीबीआई लगातार इस मामले में पिछले कुछ दिनों से जांच कर रही थी, जिसके बाद सीबीआई ने मंगलवार की सुबह जम्मू कश्मीर के साथ देश की अलग-अलग 33 जगहों पर रेड मारी. यह रेड जम्मू कश्मीर स्टेट सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के तत्काल चेयरमैन खालिद जहांगीर के यहां भी मारी गई है. जम्मू के उनके निवास स्थान पर यह रेड सुबह से ही चल रही है. सीबीआई लगातार इस रिक्रूटमेंट स्कैम में संलिप्त लोगों की तलाश में जुटी है. आज की रेड जम्मू कश्मीर सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के अधिकारियों के अलावा पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के कई अधिकारियों के यहां की जा रही है. 

अगर SI रिक्रूटमेंट स्कैम की बात करें जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस साल जून के महीने में सब इंस्पेक्टर की 1200 पोस्ट निकाली थी, जिसके लिए जम्मू कश्मीर के हजारों बच्चों ने इम्तिहान दिया था, लेकिन जब इस इम्तिहान का नतीजा सामने आया तो उस नतीजे में जम्मू, रजौरी और सांबा के ज्यादा परीक्षार्थी पास हुए. इनमें से कुछ परीक्षार्थी ऐसे भी थे जो एक ही परिवार से ताल्लुक रखते थे. इसके साथ अखनूर की एक लाइब्रेरी के ज्यादातर बच्चे इस भर्ती में पास हुए. इस मामले को लेकर जब प्रदर्शन शुरू हो गए तो सरकार ने तुरंत ही इसकी जांच के आदेश दे दिए. जांच में पाया गया कि एग्जाम में धांधली हुई है. इसके बाद इसकी जांच सरकार ने CBI को सौंप दी. इसके साथ ही बेंग्लुरु बेस प्राइवेट कंपनी जो इस एग्जाम को कंडक्ट करवा रही थी उसका कॉन्ट्रैक्ट भी कैंसल कर दिया गया. साथ ही इस कंपनी द्वारा करवाए गए दूसरे दो एग्जाम फाइनेंस अकाउंट एसिस्टेंट और JE को भी कैंसल कर दिया गया.

फिलहाल, अब इस मामले में लगातार CBI की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. बेंग्लुरु बेस प्राइवेट कंपनी के कई ठिकानों पर CBI रेड कर रही है. साथ ही उन सब लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है जो पेपर लीक में शामिल थे. जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने भी साफ कहा है कि किसी को भी इस मामले में बक्शा नहीं जाएगा.