ANI
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के आदेश के बाद रिहा हुए अलगाववादी नेता मसरत आलम को एक बार फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
कठुआ जेल से शाम सात बजे के लगभग मसरत आलम को रिहा कर दिया गया था। लेकिन जेल के मुख्यद्वार के पास पहुंचते ही पुलिस की दूसरी गाड़ी ने मसरत आलम को गिरफ़्तार कर लिया। जेल से बाहर निकलते ही पुलिस ने उन्हें वाहन में डाल लिया।
मसरत आलम पिछले 6 साल से जेल में बन्द थे। उन पर सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी कराने का आरोप है, जिनमें कई सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी।
मसरत को लोगों और राज्य में शासन व्यवस्था के लिए खतरा बताते जेल में बंद किया गया था। 2010 में कश्मीर घाटी में उत्पात के बाद आलम को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद से उसे जम्मू के पास कठुआ जेल में रखा गया था। 2010 की अशांति में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
Separatist leader #MasaratAlam, who was released from jail on J&K HC order yesterday, re-arrested: Officials.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 29, 2016
मसरत आलम गिलानी के करीबी माने जाते हैं। गिलानी के करीबी माने जाने वाले मसरत आलम पर दस लाख रुपये का ईनाम भी रखा गया था। मसरत 2015 से पब्लिक सेफ्टी एक्ट यानी पीएसए के तहत जेल में बंद था। जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को मसरत आलम को कठुआ जेल से रिहा किया गया था।