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कश्मीर में 9 घंटों तक चले ऑपरेशन में हिजबुल का टॉप कमांडर भी ढेर, जवानों के लिए बड़ी सफलता

रामबन में शनिवार में 9 घंटों तक आतंकियों को ढेर करने के लिए ऑपरेशन चलता रहा जिसमें आखिरकार सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली और उन्होंने तीन आतंकियों को मार गिराया

Updated on: 29 Sep 2019, 08:26 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है जहां दो अलग-अलग ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया. इनमें 3 आतंकियों को रामबन के बटोत में ढेर किया गया. बताया जा रहा है कि ये तीन आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे जिनमें हिजबुल का टॉप कमांडर भी शामिल था.

दरअसल रामबन में शनिवार में 9 घंटों तक आतंकियों को ढेर करने के लिए ऑपरेशन चलता रहा जिसमें आखिरकार सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली और उन्होंने तीन आतंकियों को मार गिराया. इस ऑपरेशन में मारे गए हिजबुल के टॉप कमांडर की पहचान ओसामा के तौर पर हुई है जबकि उसके दोनों साथियों का नाम जाहिद और फारुख बताया जा रहा है.

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बताया जा रहा है कि ये तीनों आतंकी बटोत इलाके के एक घर में छिपे हुए थे. इस ऑपरेशन में न सिर्फ आतंकियों को ढेर किया गया बल्कि उस पूरे परिवार को भी सुरक्षित बचा लिया गया जिनके घर पर ये आतंकी छिपे हुए थे. 9 घंटो तक चले इस ऑपरेशन में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग भी की, जिसका जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया.

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कई घटनाओं का मास्टरमाइंड था ओसामा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल 1 नवंबर को हुई बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल परिहार और उसके भाई अजीत परिहार की हत्याओं और 9 अप्रैल को आरएसएस के पदाधिकारी चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की हत्याओं सहित कई सनसनीखेज घटनाओं के पीछे हिजबुल के चॉप कमांडर ओसामा की हाथ था. ओसामा के सिर पर कई लाख रुपए का इनाम भी था. इसके अलावा वो किश्तवाड़ा में हथियार छीनने की तीन घटनाओं में भी वांछित था.