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कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के तीन महीने बाद रेल सेवाएं बहाल, घाटी में मिनी बसें भी सड़कों पर नजर आईं

निजी वाहन भी बिना रुकावट सड़कों पर चल रहे हैं. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बारामुला और श्रीनगर के बीच आज सुबह रेल सेवा बहाल कर दी गई.

Updated on: 12 Nov 2019, 02:07 PM

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म किए जाने के करीब तीन महीने बाद कश्मीर में रेल सेवाएं मंगलवार को बहाल कर दी गई. बतवारा-बटमालू मार्ग के बीच कई मार्गों पर मिनी बसें भी चलती नजर आईं जबकि अंतरजिला कैब और ऑटो रिक्शा भी घाटी में अन्य स्थानों पर सड़कों पर नजर आए. निजी वाहन भी बिना रुकावट सड़कों पर चल रहे हैं. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बारामुला और श्रीनगर के बीच आज सुबह रेल सेवा बहाल कर दी गई.

उन्होंने कहा कि बारामुला और श्रीनगर के बीच केवल दो ही बार चलेगी क्योंकि सुरक्षा कारणों के चलते रेलवे ने केवल सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच ही चलाने की अनुमति दी है. रेलवे ने सोमवार को इस मार्ग पर ‘ट्रायल रन’ किया था. अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर-बनिहाल के बीच ट्रेन सेवाएं कुछ दिन बाद सुरक्षा जांच और ‘ट्रायल रन’ करके शुरू की जाएंगी. केन्द्र सरकार के पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म करने के बाद से ही ट्रेन सेवाएं निलंबित थीं. सरकार की घोषणा से कुछ घंटे पहले इन्हें निलंबित कर दिया गया था. केन्द्र सरकार के इस फैसले के बाद से ही यहां बंद जारी है, जिसे मंगलवार को 100 दिन हो गए. अधिकारियों ने बताया कि सुबह केवल कुछ घंटों के लिए बाजार खुले और दिन में राज्य से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए इन्हें बंद कर दिया गया.

उन्होंने बताया कि उपद्रवियों और आतंकवादियों द्वारा दुकानदारों और व्यपारियों को डराकर दुकानें बंद कराई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि शहर के गोनी खान बाजारा और काका सराय इलाकों में ग्रेनेड हमले भी किए, जो दर्शाता है कि बंद रखने की लगातार कोशिश की जा रही है। गत पांच अगस्त से ही प्री-पेड फोन और सभी इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं.