logo-image

जम्मू-कश्मीर : 2 आतंकियों ने पिस्तौल से की पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दो आतंकियों ने एक पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार पुत्र गुलाम नबी डार पर पिस्तौल से उस समय गोली चलाई, जब वह मगरिब की नमाज अदा करने जा रहा था.

Updated on: 23 Jun 2021, 09:34 AM

श्रीनगर:

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के बाहरी इलाके में मंगलवार की शाम दो आतंकवादियों ने पिस्तौल से एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या कर दी. पुलिस ने रात करीब आठ बजे बताया कि मंगलवार की शाम को दो अज्ञात आतंकवादियों ने स्थानीय मस्जिद के सामने एक पुलिस इंस्पेक्टर निरीक्षक पर उस समय अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जब वह रात 8 बजे नमाज अदा करने जा रहा था. यह घटना श्रीनगर जिले के मेंगनवाजी नौगाम इलाके में हुई. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने घटनास्थल का मुआयना किया. पुलिस ने कहा, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दो आतंकियों ने एक पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार पुत्र गुलाम नबी डार पर पिस्तौल से उस समय गोली चलाई, जब वह मगरिब की नमाज अदा करने जा रहा था.

पुलिस ने कहा, इस आतंकी घटना में, वह गंभीर रूप से गोली लगने से घायल हो गया था और उसे इलाज के लिए पास के अस्पताल में भेज दिया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया और शहीद हो गया. हम शहीद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जो अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों को अनाथ छोड़ गए. उनके 13 साल की बेटी और 10 साल का बेटा है. पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में दो आतंकवादियों द्वारा पिस्तौल से गोलीबारी करते हुए दिखाया गया है. पुलिस ने कहा, पहचान की जा रही है. संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने इस संबंध में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. जांच जारी है और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है.

यह भी पढ़ेंः क्या LAC से पीछे हटने को तैयार होगा ड्रैगन? 3 माह बाद कल भारत-चीन के बीच बातचीत संभव

आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रं ट (टीआरएफ ) ने ली है. सोशल मीडिया पर कहा कि यह टारगेट किलिंग थी. उन पुलिसकर्मियों को चेतावनी भी है जो युवाओं को प्रताड़ित करते हैं.   

पिछले सप्ताह जवान हुआ था शहीद
पिछले सप्ताह 17 जून को श्रीनगर के पुराने शहर के ईदगाह इलाके में आतंकियों ने घर लौट रहे जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक जवान जावेद अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जवान जज के पीएसओ के तौर पर नियुक्त था. इस घटना की जिम्मेदारी भी टीआरएफ ने ली थी.