logo-image

पाकिस्तान की स्टिकी बम की साजिश का खुलासा, लश्कर के 3 आतंकी गिरफ्तार

Pakistani sticky bomb: 9 मार्च को उधमपुर के सलाथिया चौक में हुए ब्लास्ट मामले में जम्मू पुलिस ने 3 लोगो को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली है.

Updated on: 04 Jun 2022, 09:14 PM

News Delhi :

Pakistani sticky bomb: 9 मार्च को उधमपुर के सलाथिया चौक में हुए ब्लास्ट मामले में जम्मू पुलिस ने 3 लोगो को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली है. पुलिस ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में बैठे लश्कर के सरगना के इशारे पर स्टिकी बम के इस ब्लास्ट को अंजाम दिया गया था. पुलिस को ये कामयाबी ढाई महीने की कड़ी मशकत के बाद मिली है. पुलिस ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी बनिहाल के रहने वाले मोहम्मद रमज़ान की. जिसने उधमपुर में स्टिकी बम को प्लांट किया था। मोहम्मद रमज़ान का पिता भी लश्कर का आतंकी था जो सुरक्षाबलों के हाथों 2003 में मारा गया था.

रमज़ान सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान में बैठे लश्कर के आतंकी खूबेब के संपर्क में आया था। लश्कर आतंकी खूबेब भी जम्मू के डोडा जिले का रहने वाला है और डेड दशक पहले पाकिस्तान चला गया था. फिलहाल वो लश्कर के लिए PoJK से काम कर रहा है और लगतार सोशल मीडिया के जरिये अपना आतंक का नेटवर्क चला रहा है। खूबेब के कहने पर ही रमज़ान ने पहले 1 मार्च को उधमपुर में रेकी की  और 9 मार्च को एक कब्रिस्तान से स्टिकी बम IED को रिसीव कर सलाथिया चौक में लगा दिया। जिसके करीब 10 मिनट के बाद वो फट गया जिसमें 1 व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई और 17 लोग जख्मी हो गए.

रमज़ान की गिरफ्तार के बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि ब्लास्ट की एवज में उसे 30 हज़ार रुपए की रकम भी ट्रांसफर की है. ये रकम खुर्शेद अहमद नाम के आतंकी मददगार ने की थी. डोडा के देसा का रहने वाला खुर्शेद खूबेब के लिए पैसा के लेन देन का काम कर रहा था. खुर्शेद का साला भी लश्कर का आतंकी है जो 2002 से ही पाकिस्तान में रह रहा है. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने खुर्शेद को भी गिरफ्तार कर लिया.

दो आतांकियो की गिरफ्तारी के बाद मिली एक और लीड से पुलिस ने भदरवाह के निसार अहमद को भी गिरफ्तार किया. निसार 2001 से 2006 तक सक्रिय आतंकी था. निसार ने दिसंबर और जनवरी के महीने में जम्मू के बेलीचारन इलाके से 2 स्टिकी बम रिसीव किये थे. पुलिस ने निसार से दोनो स्टिकी बम भी बरामद कर लिए है. इन तीनो की गिरफ्तारी से पुलिस को लश्कर द्वारा सोशल मीडिया के जरिये इस नेक्सस को ब्रेक करने में बड़ी मदद मिली है. पुलिस के मुताबिक उन्हें जम्मू में हुए दूसरे ब्लास्ट के मामलों में भी इन गिरफ्तारियों से लीड मिली है जिसपर काम किया जा रहा है. इन गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने स्टिकी बम की खतरे को रियल बताया है और लोगो से सतर्क रहने की अपील की है. उधमपुर ब्लास्ट मामले में हुई गिरफ्तार के तार जम्मू में हुए दूसरे ब्लास्ट से भी जुड़ रहे है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द बाकी ब्लास्ट के मामलों में भी जम्मू पुलिस कुछ और बड़ी गिरफ्तारियां कर सकती है.