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पाकिस्तान में कंगाली, आतंकियों की मदद के लिए नार्को टेरर का इस्तेमाल कर रहीं PAK एजेंसियां  

कंगाली की मार झेल रहा पाकिस्तान (Pakistan) अब आतंकियों की मदद करने के लिए नार्को टेरर का सहारा लेने की कोशिशों में लगा है.

Updated on: 27 Jul 2022, 04:27 PM

Jammu:

कंगाली की मार झेल रहा पाकिस्तान (Pakistan) अब आतंकियों की मदद करने के लिए नार्को टेरर का सहारा लेने की कोशिशों में लगा है. इसी के तहत जम्मू पुलिस (Jammu Police) ने मंगलवार को पाकिस्तान की एक बड़ी नार्को टेरर की कोशिश को नाकाम करते हुए 12 किलो हेरोइन को बरामद किया. पकड़ी गई हेरोइन बॉर्डर पार से भेजी गई थी और इसका मकसद पैसे की कमी झेल रहे आतंकियों को फायदा पहुंचाने का था.

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पुलिस ने हेरोइन के साथ अमृतसर के रहने वाले तीन ड्रग तस्करों जम्मू के नरवाल इलाके से गिरफ्तार किया है. हेरोइन के पैकेट के साथ 11 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. हेरोइन के जिन पैकेट को पकड़ा गया है उनसे जो सामान मिला है उससे पुलिस को साफ पता चला है कि बॉर्डर पार से ड्रग की डिलीवरी ड्रोन के जरिए की गई है. इसे लेकर पकड़े गए तस्करों से आगे की पूछताछ की जा रही है. 

वहीं, ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान की तरफ से इतनी बड़ी तादाद में नशे की खेप भेजी गई हो. बॉर्डर के रास्ते पहले भी पाकिस्तान में बैठे ISI और पाकिस्तानी सेना लगातार फेंसिंग के जरिए अपने गुर्गों से ड्रग डिलीवरी का काम करवाती आई है. लकी सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, लगातार आर्थिक मंदी की मार झेल रही पाकिस्तान एजेंसी और सेना आतंकियों को पैसा मुहैया नहीं करवा पा रही है. ऐसे में नशे की सप्लाई कर वो आतंकियों की मदद करने की कोशिशों में लगी है, ताकि आतंकियों तक पैसा और हथियार पहुंचाए जा सके.

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सुरक्षा विशेषज्ञ के मुताबिक, पाकिस्तान को विदेशी फंडिंग न होने से पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. उधर अब पाकिस्तान के लिए अफगानिस्तान के रास्ते ड्रग लाना भी आसान हो गया है. ऐसे में अब ड्रग के सहारे आतंकियों की जरूरतों को पूरा करनी की कोशिश पाकिस्तानी एजेंसियां कर रही हैं.