Pahalgam Terror Attack : भारत पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने की तैयारी कर रहा है. मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 28 लोगों को मार गिराया था, इसमें ज्यादातर पर्यटक थे. इस हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली है. यह एलएटी से जुड़ा हुआ आतंकी संगठन है और इसे पाकिस्तान की आईएसआई का समर्थन मिल रहा है. पहलगाम के पास बेसरन में हुआ यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा हमला है. पुलवामा में सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया था, लेकिन इस बार आम नागरिकों को निशाना बनाया गया. इसमें विदेशी भी शामिल हैं.
भारत पर फिर से कारवाई करने का बहुत ज्यादा दबाव
2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा यानी एलओसी पर संघर्ष विराम हुआ था. इससे सीमा पर होने वाली गोलीबारी कम हो गई थी लेकिन अब यह समझौता टूटने के कगार पर है. साउथ एशिया के एक्सपर्ट माइकल ने एक्स पर लिखा एलओसी को लेकर अब कोई शर्त नहीं है. 2016 से भारत दो बड़े आतंकी हमलों के बाद सीमा पार जाकर कारवाई कर चुका है. पहले उरी हमले के बाद पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की गई और फिर बालाकोट में एयर स्ट्राइक नागरिकों पर हुए इस हमले के बाद भारत पर फिर से कारवाई करने का बहुत ज्यादा दबाव है. हमले का समय बहुत महत्वपूर्ण है. पहलगाम हमला अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भारत यात्रा और पीएम मोदी के सऊदी अरब दौरे के समय हुआ. इससे लगता है कि हमलावरों का मकसद कश्मीर पर दुनिया का ध्यान खींचना था.