पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत लगातार कई बड़े कदम उठा रहा है. पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए अब एक और बड़ा कदम उठाया गया है. मोदी सरकार ने अब पाक सीमा से सटे जम्मू कश्मीर के कई जिलों में प्रशासन ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यानी कि वीपीएन सेवाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के चलते लिया गया है. क्योंकि खुफिया रिपोर्ट में संकेत मिला है कि वीपीएन का उपयोग अवैध गतिविधियों को अंजाम देने और भड़काऊ सामग्री फैलाने के लिए किया जा रहा था, जिससे क्षेत्र में अशांति फैलने की आशंका थी. इसका उद्देश्य डिजिटल प्लेटफार्म के दुरुपयोग को रोकना है जो जिले में शांति और स्थिरता को बाधित कर सकते हैं.
क्या है पूरा मामला
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय उन ऑनलाइन गतिविधियों से निपटने के लिए उठाया गया जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं. इससे पहले राजौरी और पुछ जिले में भी वीपीएन सेवाओं पर प्रतिबंध लगाए गए थे. डोडा जिले में वीपीएन सेवाओं पर यह प्रतिबंध प्रशासन की ओर से शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे इस आदेश का पालन करें और किसी प्रकार की अवैध गतिविधियों से दूर रहें. वीपीएन का अर्थ है वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क है.
वीपीएन का अर्थ है वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क
वीपीएन आपके इंटरनेट ट्रैफिक को एनक्रिप्ट करते हैं और आपकी ऑनलाइन पहचान को छिपाते हैं. इससे तीसरे पक्ष के लिए आपकी ऑनलाइन गतिविधियों को ट्रैक करना और डाटा चुराना अधिक कठिन हो जाता है. एनक्रिप्शन वास्तविक समय में होता है. वीपीएनआपके IP पते को छुपाता है. नेटवर्क को वीपीएन होस्ट द्वारा चलाए जाने वाले विशेष रूप से कॉन्फिगर किए गए रिमोट सर्वर के माध्यम से इसे रीडायरेक्ट करने देता है. इसका मतलब है कि अगर आप वीपीएन के साथ ऑनलाइन सर्व करते हैं तो वीपीएन सर्वर आपके डाटा का स्रोत बन जाता है.