जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने रविवार को विवादित बयान दिया है. उन्होंने आर्टिकल-370 पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमें तो कहा गया था कि 5 अगस्त और आर्टिकल- 370 हटने के बाद कोई आतंकवाद नहीं बनेगा तो ये आतंकवादी कौन हैं. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ये आतंकवादी बाहर से नहीं आए हैं, बल्कि ये कश्मीर के ही युवा हैं. जिन इलाकों को हमने अपने हुकूमत के दौरान आतंकवादियों से खाली कर दिया था आज वहां फिर से बंदूक का असर है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब मैं वजीर-ए-आला था तब हमने श्रीनगर में बंकर के बंकर उड़ा दिए थे. इसके बाद वहां पर आतंकवादियों का कोई नामोनिशान नहीं था. आज देखिये श्रीनगर के किसी हिस्से में लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. बाकी इलाकों की तो दूर की बात है. कुपवाड़ा से टर्नल तक जिन जिन इलाकों को आतंकियों से खाली कर दिया गया था वहां फिर से आतंकवादी आ गए हैं. ये आतंकवादी बाहर से नहीं आए हैं, ये कश्मीर के ही बने नौजवान हैं. जो गुस्से और अलग-अलग कारणों की वजहों से हथियार उठाने के लिए मजबूर हुए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पिछले दिनों जो तीन लोग मारे गए थे, उनमें से एक ऐसा था जो 2019 के बाद बंदूक उठाई थी मतलब 5 अगस्त के बाद. हमें तो कहा गया था कि 5 अगस्त और आर्टिकल- 370 जाने के बाद कोई आतंकवाद नहीं बनेगा. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यह कहा गया था कि अंबानी, टाटा और बिड़ला जम्मू-कश्मीर में निवेश लाएंगे और रोजगार के बहुत सारे अवसर पैदा होंगे, कुछ नहीं हुआ. चल रही परियोजनाओं में भी स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा.
Source : News Nation Bureau