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लश्कर आतंकी की गिरफ्तारी के बीच सुरक्षाबलों को मिली चौंकाने वाली जानकारियां

आतंकी संगठन लश्कर ए तोइबा के जम्मू में 3 बड़े मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SoG) की टीम ने पाकिस्तान से सटे कठुआ और सांबा बॉर्डर में अपनी सुरक्षा गतिविधियों को तेज कर दिया है।

Updated on: 21 Jul 2022, 07:12 AM

नई दिल्ली:

आतंकी संगठन लश्कर ए तोइबा के जम्मू में 3 बड़े मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SoG) की टीम ने पाकिस्तान से सटे कठुआ और सांबा बॉर्डर में अपनी सुरक्षा गतिविधियों को तेज कर दिया है। लश्कर के मॉड्यूल के सामने आने के बाद SoG टीम बॉर्डर पर आतंकी घुसपैठ के ट्रेडिशनल रूट को खंगालने में लगी है। खास तौर पर नदी , नाले और जंगलों के रूट पर संघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। SoG के पास इस तरह के इनपुट है की इंटरनेशनल बॉर्डर की दूसरी तरफ लागतार आतंकी गतिविधियां चल रही है और आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते है। ऐसे में SoG की टीम ने सीआरपीएफ के साथ सुरक्षा घेरे को और भी मजबूत कर दिया है।

SoG द्वारा सांबा और कठुआ में बढ़ाई की चौकसी का कारण जम्मू में लश्कर मॉड्यूल में गिरफ्तार किए गए सात आतंकी है। दरसल लश्कर के जम्मू से गिरफ्तार हुए आतंकी फैजल मुनीर से पुलिस को कठुआ और सांबा के बॉर्डर के इलाकों को लेकर बड़ी जानकारी मिली है। खास तौर पर फैजल ने खुलासा किया है की उसके मॉड्यूल में काम कर रहे कठुआ और सांबा के उसके गुर्गे लगातार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे हत्यारों को रिसीव करने और बाद में उसके इशारे पर उसे कश्मीर भेजने का काम कर रहे थे। उसके साथियों में से दो हबीब और मिया सोहैल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अभी भी लश्कर के कुछ ऑपरेटिव इलाके में सक्रिय है।  इन्ही ऑपरेटिव की तलाश अब लागतार SoG टीम कर रही है। SoG टीम का साफ काम है लश्कर के कुछ ऑपरेटिव इलाके में ड्रोन के जरिए पाकिस्तान संगठनों द्वारा भेजे जा रहे असले को रिसीव करने पहुंच सकते है। पुलिस के मुताबिक स्थानीय लोगो ने कई बार ड्रोन की मूवमेंट को अपने इलाकों में देखा है । जिसके बाद से ही लागतार SoG की टीम पूरे बॉर्डर एरिया के चप्पे चप्पे को खंगाल रही है।

SoG टीम के मुताबिक अमरनाथ यात्रा 30 जून से लागतार चल रही है। सांबा और कठुआ नेशनल हाईवे से सटे कई इलाकों में अमरनाथ यात्रियों के रहने और खाने पीने के इंतजाम भी किए गए है। ऐसे में आतंकी यात्रा को सोफट टारगेट ना बना ले उसको लेकर SoG मंदिरों और हाईवे पर कड़ी निगरानी बरतते हुए लागतार इन इलाकों की सुरक्षा में जुटी है। वही SoG के लिए अभी भी बॉर्डर पर सबसे बड़ी चुनौती ड्रोन मूवमेंट की है। लश्कर के ड्रोन वाली साजिश के पर्दाफाश होने के बावजूद अभी भी लगातार ड्रोन के आने का खतरा सुरक्षा घेरे पर मंडरा रहा है। ऐसे में सुरक्षा बल भी ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन के साथ ड्रोन के जरिए भी पूरे इलाके पर नजर रख रहे है। 


वही राजौरी मॉड्यूल में पकड़े गए तालिब हुसैन ने पुलिस पूछताछ में चोकाने वाले खुलासे किए है। खास तौर पर तालिब पर हत्यारों की सप्लाई के साथ आतंकियों की मूवमेंट को लेकर भी पुलिस को जानकारी मिली है। पुलिस के मुतबिक तालिब द्वारा राजौरी में लाए गए 4 आतंकी अभी भी सक्रिय है। जिनकी तलाश में पहले पुलिस पार्टी को आतंकियों की तलाश में भेज दिया गया है।

 SoG टीम का योगा 

वही लागतार 24 घंटे के भीतर SoG टीम बॉर्डर के इलाकों में तलाशी कर पसीना बहा रही है। इसी बीच SoG के जवानों को सड़क पर अपनी थकान को मिटाने के लिए 10 मिनट का एक अदभुद योगा भी SoG के अधिकारी द्वारा करवाया जा रहा है । ताकि जवान हर चुनौती से निपटने के लिए 24 घाटे अपने काम को बखूबी से अंजाम दे सके।