केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया. इसके साथ ही राज भवन में सुरक्षा अधिकारियों की बैठक भी ली. अमित शाह के दौरे के सबसे खास बात जो रही है, वह उनके द्वारा आतंक और आतंक पोषित पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश था. इस बीच अमित शाह ने लोगों से बातचीत कर उनको आश्वस्त किया कि केंद्र की मोदी सरकार घाटी से आतंकवादी की जड़े उखाड़ने को लेकर प्रतिबंद्ध है. आतंकवाद से कोई समझोता नहीं किया जाएगा. सेना और सुरक्षाबलों को आतंकवाद पर अंतिम प्रहार की छूट दे दी गई है. सुरक्षाबलों ने आतंक के समूल नाश के लिए ऑपरेशन ऑल आउट शुरू किया है.
#WATCH | J&K: Union Home Minister Amit Shah takes the contact number of a local resident of Makwal border in Jammu, shares his own and tells him that the man can contact him whenever he needs.
The Home Minister visited the forward areas of Makwal border today. pic.twitter.com/KJnI9zEsSD
— ANI (@ANI) October 24, 2021
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री जम्मू के मकवाल बॉर्डर पर पहुंचे. यहां वह स्थानीय लोगों के घर पहुंचे और उनसे बातचीत की. इस बीच उन्होंने एक स्थानीय निवासी का फोन नंबर अपने मोबाइल में सेव किया और उनको अपना पर्सनल मोबाइल नंबर भी दिया. अमित शाह ने शख्स से कहा कि जब कोई जरूरत हो तो वह उनको बेजिझक फोन कर सकता है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मकवाल सीमा में अग्रिम इलाकों के अपने दौरे के दौरान स्थानीय निवासियों के साथ बातचीत की. उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे.
Union Home Minister Amit Shah will inaugurate and lay foundation stone of various development projects in Srinagar tomorrow. pic.twitter.com/DJ5SktllPG
— ANI (@ANI) October 24, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि किसी को भी जम्मू-कश्मीर में शांति, प्रगति और समृद्धि को बाधित करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जम्मू शहर के भगवती नगर इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कितीन परिवारों का एकाधिकार हमेशा के लिए खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, "मैं उनका नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन हर कोई उन्हें जानता है. वे आज हमसे पूछ रहे हैं कि हमने क्या किया है। हमने वह किया है जो वे 70 वर्षों में वे नहीं कर सके." उन्होंने कहा, "हमने 70 वर्षों में उपेक्षित रहने वालों को रोजगार, सशक्तिकरण और जगह दिया है। उन्होंने कहा, "सत्ता का प्रयोग अब पंच और सरपंच करेंगे, एकाधिकार और शोषण के दिन खत्म हो गए हैं." उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर किसी को भी जम्मू-कश्मीर में शांति, प्रगति और समृद्धि को बाधित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
Source : News Nation Bureau