जम्मू में आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिये गायों की जियो-टैगिंग शुरू

अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. आवारा पशु अक्सर जाम लगने और सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं.

अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. आवारा पशु अक्सर जाम लगने और सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं.

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yogesh bhadauriya
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जम्मू में आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिये गायों की जियो-टैगिंग शुरू

समस्या से निपटने के लिये गायों की जियो-टैगिंग शुरू कर दी गई है.

जम्मू नगर निगम (जेएमसी) ने शहर की सड़कों पर आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिये गायों की जियो-टैगिंग शुरू कर दी है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. आवारा पशु अक्सर जाम लगने और सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं. अधिकारियों ने कहा कि जियो-टैगिंग से लावारिस गायों के मालिकों का पता लगाने और उन्हें दंडित करने में मदद मिलेगी.

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नगर पशु-चिकित्सा अधिकारी जफर इकबाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, "हमने जम्मू नगर निगम के तहत आने वाले इलाकों में पशुओं की जियो-टैगिंग शुरू की है और हमें छह महीने के भीतर इस प्रक्रिया को पूरा कर शहर को आवारा पशुओं की समस्या से मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद है."

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उन्होंने कहा कि शहर की सभी 300 डेयरियों और सड़कों पर खुलेआम घूम रहे मवेशियों को अभियान के दायरे में लाया जाएगा. अधिकारी ने कहा, "15 अंकों के एक टैग को पशुओं की गर्दन के नजदीक खाल में लगाया जाएगा, जिससे हमें पशुओं पर नजर रखने के अलावा उनके मालिकों की जानकारी हासिल होगी. एक बार टैगिंग हो जाने के बाद अगर कोई पशु दूसरी बार सड़कों पर घूमता हुआ पाया गया तो उसके मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा. अगर तीसरी बार भी ऐसा हुआ तो उसके पशु को जब्त कर लिया जाएगा."

Source : PTI

Jammu Municipal Corporation JMC stray animal Geo-Tagging Unclaimed Cow
      
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