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जम्मू कश्मीर में बच्चों की 'शिक्षा' पर लगा ताला

जम्‍मू-कश्‍मीर में उधमपुर के नैनंसु क्षेत्र में एक ऐसा प्राइमरी स्‍कूल है, जहां बच्चे नियमित रूप से स्कूल आते हैं लेकिन उन्‍हें पढ़ाने वाला यहां कोई नहीं है। रोज दो घंटे स्कूल के बाहर बच्चे इस उम्मीद में टीचर का इंतजार करते है कि आज स्कूल खुलेगा लेकिन वो निराश घर लौट जाते हैं।

Updated on: 23 Aug 2017, 03:00 PM

highlights

  • उधमपुर के नैनंसु क्षेत्र के एक प्राइमरी स्‍कूल में 15 अगस्त के बाद से स्कूल में ताला लटका हुआ है। 
  • स्‍कूल के टीचर्स हर रोल लगभग दो घंटे देरी से पहुंचते हैं।
  • स्कूल में नियुक्त 2 शिक्षकों के खिलाफ शिकायत मिली होगी कार्रवाई: शिक्षा अधिकारी 

नई दिल्ली:

जम्‍मू-कश्‍मीर में उधमपुर के नैनंसु क्षेत्र में एक ऐसा प्राइमरी स्‍कूल है, जहां बच्चे नियमित रूप से स्कूल आते हैं लेकिन उन्‍हें पढ़ाने वाला यहां कोई नहीं है। रोज दो घंटे स्कूल के बाहर बच्चे इस उम्मीद में टीचर का इंतजार करते है कि आज स्कूल खुलेगा लेकिन वो निराश घर लौट जाते हैं।

बच्चों के परिजनों का आरोप है कि 15 अगस्त के बाद से स्कूल में ताला लटका हुआ है। लगभग दो घंटे बाद टीचर्स आते हैं, तब जाकर स्‍कूल के गेट का ताला खुलता है।

बच्चों के माता-पिता का इस मामले पर कहना है, 'हर रोज उनके बच्चों को गेट के बाहर ही दो घंटे बिताने पढ़ते हैं। स्‍कूल के टीचर्स हर रोल लगभग दो घंटे देरी से पहुंचते हैं।'

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एक स्‍थानीय निवासी बिट्टू राम बताते हैं, 'हमारे बच्‍चों को हर रोज स्‍कूल के बाहर ही दो घंटे बिताने पढ़ते हैं। स्‍कूल टीचर्स कभी समय पर नहीं आते हैं। 15 अगस्‍त के बाद से तो कोई टीचर स्‍कूल में आया ही नहीं है। हर रोज बच्‍चे स्‍कूल पहुंचते हैं, तो उन्‍हें गेट पर ताला लगा हुआ नजर आता है। टीचर्स ने स्‍कूल बंद रहने की कोई सूचना भी नहीं दी है।'

जम्‍मू-कश्‍मीर के इस स्‍कूल के टीचर्स की लापरवाही का मामला जब मीडिया में उछला, तो मुख्‍य शिक्षा अधिकारी से सवाल किए गए।

उन्‍होंने ये स्वीकर किया है कि उनके पास स्‍कूल के टीचर्स के खिलाफ शिकायत मिली है। उन्होंने ने कहा, 'उधमपुर के स्कूल में नियुक्त 2 शिक्षकों के खिलाफ शिकायत मिली है। शिकायत में कहा गया है कि वे बच्‍चों को नहीं पढ़ा रहे हैं। इस मामले में जांच शुरू हो गई है। विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।'

Have come to know 2 teachers deputed at school are not teaching.Hv sought detailed report&appropriate action will be taken:Chief Edu officer pic.twitter.com/JscDW9tX9k

— ANI (@ANI) August 23, 2017

जम्मू कश्मीर में आये दिन गोलीबारी, पत्थरबाजी होने  की वजह से बच्चों की पढ़ाई  पड़ता है और ऐसे में शिक्षकों की ऐसे लापरवाही से वहां के बच्चों का भविष्य और अंधकार में डूब रहा है। 

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