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Jammu-Kashmir में बदले मौसम के साथ आतंकियों की रणनीति में भी बदलाव, पढ़ें पूरी डिटेल्स

Jammu Kashmir : जम्मू कश्मीर में सर्दियां आते ही और पहाड़ों में हुई बर्फबारी के बाद आतंकवादी संगठनों ने अपनी रणनीति को बदल दिया है. आतंकवादी संगठनों ने पिछले कुछ दिनों में जम्मू के अलग-अलग इलाकों में कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने की कोशिश की है.

Updated on: 26 Nov 2022, 11:05 PM

जम्मू:

Jammu Kashmir : जम्मू कश्मीर में सर्दियां आते ही और पहाड़ों में हुई बर्फबारी के बाद आतंकवादी संगठनों ने अपनी रणनीति को बदल दिया है. आतंकवादी संगठनों ने पिछले कुछ दिनों में जम्मू के अलग-अलग इलाकों में कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने की कोशिश की है. इसी एक कोशिश में आतंकवादियों ने शुक्रवार को जम्मू के रामबन में एक आईडी हमला करने की साजिश रची, जिससे समय रहते ही सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया. आतंकियों ने जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे पर एक लोकल रूट पर चल रही बस के अंदर आईडी को प्लांट किया, जिसमें करीब 25 लोग सवार थे. इससे पहले इसमें कोई बड़ा नुकसान होता सुरक्षाबलों ने इस गाड़ी रोककर मौजूद आईडी को बरामद करते हुए इसे निष्क्रिय कर दिया. 

वहीं, पिछले एक हफ्ते की बात करें तो जम्मू में कई बड़ी आतंकवादी गतिविधियां देखने को मिली हैं. इसी हफ्ते जम्मू के सांबा में सुरक्षाबलों ने आतंकियों द्वारा भेजे गए एक ड्रोन कंसाइनमेंट को पकड़ने में भी कामयाबी हासिल की है, जिसमें एक आईडी के साथ हथियार और साथ ही पांच लाख रुपये भेजे गए थे. इससे पहले जम्मू के फ्लाई मंडल इलाके में भी सुरक्षाबलों ने पुलिस स्टेशन के पास से दो आईडी इसको बरामद करके उन्हें निष्क्रिय किया था. अभी कुछ दिन पहले ही आतंकियों ने एक बड़ी टैंकर वाली साजिश को भी अंजाम देने की कोशिश की थी, जिससे सुरक्षाबलों को 3 ak-56 राइफल के साथ बड़ी तादाद में हथियार बरामद हुए थे. 

अगर बात करे पिछले कुछ दिनों में सुरक्षाबलों ने इंटरनेशनल बॉर्डर और साथ ही एलओसी पर की जा रही घुसपैठ की कई कोशिश को भी नाकाम किया है. सुरक्षा बलों ने जम्मू के सांबा में बीएसएफ में घुसपैठ कर रहे एक शख्स को जिंदा पकड़ने में कामयाबी हासिल की. वहीं, दूसरी तरफ जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में बीएसएफ में उसी रात एक घुसपैठिए को मार भी गिराया. इसी तरह की एक दूसरी कोशिश में सेना ने राजोरी के नौशेरा सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक आतंकवादी को मार गिराया. साथ ही सुरक्षा बल इस समय पुंछ के नरखास इलाके में एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. खबरों के मुताबिक, सेना के पास इस तरह के इनपुट हैं कि नरखास के जंगलों में दो से तीन आतंकी छुपे हुए हैं, जिनकी लगातार तलाश की जा रही है. पिछले साल भी सुरक्षाबलों ने नरखास के नहीं जंगलों में एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था, जो करीब 22 दिन चला था.

अगर सुरक्षाबलों को मिल रहे इनपुट की बात करें तो इस समय बॉर्डर पर 300 से ज्यादा आतंकवादी मौजूद हैं, जिनमें से करीब 160 आतंकवादी लॉन्च पैड पर बैठे हुए हैं और बड़ी घुसपैठ करना चाहते हैं. इनमें से ज्यादातर आतंकी राजौरी और पुंछ से सटे बॉर्डर के नजदीक मौजूद हैं, जो धुंध का फायदा उठाकर भारतीय सीमा में दाखिल होना चाहते हैं. साथ ही आतंकी संगठन लगातार ड्रोन के जरिए हथियारों को भेजने की साजिश भी रच रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों को मिले इस इनपुट के बाद से ही लगातार बीएसएफ और सेना हाई अलर्ट मूड में है. सेना का एंटी टायर रेट लगातार काम कर रहा है. यही कारण है कि पाकिस्तान से की जाने वाली सारी घुसपैठ की कोशिशें नाकाम हो रही हैं. इसके साथ ही सेना ने बॉर्डर के इलाकों में एंट्री ड्रोन सिस्टम भी लगा दिए ,हैं जिसकी मदद से पाकिस्तान से आने वाले सभी ड्रोन गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और हथियारों भेजने की कोशिश को भी नाकाम किया जा रहा है.