Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में गांदरबल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. निर्वाचन आयोग द्वारा उनकी संपत्तियों के विवरण से जुड़े चुनावी हलफनामे को सार्वजनिक किया गया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके पास कोई अचल संपत्ति नहीं है. हालांकि, उनकी चल संपत्ति के रूप में कुछ बैंक डिपॉजिट और जेवरात दर्ज किए गए हैं.
हलफनामे में क्या बताया उमर अब्दुल्ला ने?
आपको बता दें कि 4 सितंबर को दाखिल किए गए इस हलफनामे में उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि उनके पास सिर्फ 80 हजार रुपये की नकद राशि है, जबकि कुल 55.24 लाख रुपये की चल संपत्ति है. चल संपत्तियों में प्रमुख रूप से बैंक जमा और कुछ आभूषण शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 30 लाख रुपये है. उमर के पास किसी प्रकार की अचल संपत्ति नहीं है, न ही उनके पास कोई भूमि या वाहन दर्ज है. इसके अलावा, उन्होंने किसी प्रकार के लोन का जिक्र भी नहीं किया है और अधिकतर संपत्ति से संबंधित कॉलम को 'NIL' या 'नॉट एप्लिकेबल' लिखा है. हलफनामे के अनुसार, उन्होंने अपने तीन आश्रितों की जानकारी नहीं दी है.
न जमीन, न वाहन, न विरासत में संपत्ति
वहीं आपको बता दें कि हलफनामे में यह भी खुलासा हुआ है कि उमर अब्दुल्ला के पास न तो जमीन का कोई टुकड़ा है, न ही कोई वाहन है. उन्होंने अपनी संपत्तियों के मामले में किसी भी प्रकार की विरासत में मिली संपत्ति का जिक्र नहीं किया है. यह बात चौंकाने वाली है क्योंकि वह एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आते हैं, जिसमें उनके पिता फारूक अब्दुल्ला और दादा शेख अब्दुल्ला जैसी बड़ी शख्सियतें शामिल हैं. फिर भी उमर ने किसी भी प्रकार की संपत्ति का उल्लेख नहीं किया है जो उन्हें विरासत में मिली हो.
पेंशन ही आय का मुख्य स्रोत
इसके अलावा आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने अपनी आय का मुख्य स्रोत पूर्व विधायक और पूर्व सांसद के रूप में मिलने वाली पेंशन को बताया है. उन्होंने यह भी बताया है कि इसके अलावा उनके पास कोई अन्य आय का साधन नहीं है. हलफनामे में उन्होंने 2023-24 के वित्तीय वर्ष के दौरान अपनी कुल आय 14,52,010 रुपये दर्ज की है. इस जानकारी से पता चलता है कि उमर अब्दुल्ला की आय के स्रोत सीमित हैं और उनकी संपत्ति का बड़ा अचल संपत्ति के बजाए हिस्सा चल संपत्ति पर आधारित है.