logo-image

संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में 100 फीसदी कमी : जम्मू-कश्मीर के डीजीपी

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में 100 प्रतिशत की गिरावट आई है, क्योंकि पिछले महीने भारत और पाकिस्तान ने संघर्ष विराम समझौता को फिर से बहाल किया है और घुसपैठ के भी कोई नए मामले सामने नहीं आए हैं.

Updated on: 20 Mar 2021, 07:06 PM

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में 100 प्रतिशत की गिरावट आई है, क्योंकि पिछले महीने भारत और पाकिस्तान ने संघर्ष विराम समझौता को फिर से बहाल किया है और घुसपैठ के भी कोई नए मामले सामने नहीं आए हैं. वह श्रीनगर के एसके क्रिकेट स्टेडियम में अंडर -19 टी 20 जोनल स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट के उद्घाटन के मौके पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि घुसपैठ को एक बड़े स्तर पर जांचा गया है, हमारी सुरक्षा ग्रिड पूरे साल अच्छा काम कर रही है. युद्ध विराम समझौता फिर से बहाल होने के बाद सीमाओं पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों में 100 प्रतिशत की गिरावट आई है.

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में हथियार भेजने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है. 2020 में जब्त किए गए हथियार पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने थे. 2020 में कुल 475 हथियार जब्त किए गए थे, जिनमें पिस्तौल, एके राइफल और एम 4 यूएस राइफल शामिल थे.

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है. हालांकि श्रीनगर शहर और कुछ अन्य क्षेत्रों में थोड़ी बहुत आतंकवादी गतिविधि देखी गई है, लेकिन उसमें कमी आएगी. उन्होंने कहा कि धार्मिक नेताओं, सामाजिक नेताओं और मीडिया के लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि युवा हिंसा के रास्ते पर न जाएं और अपने जीवन के साथ न खेलें. उन्होंने कहा कि हम लगभग तीन दर्जन लड़कों को वापस लाने में सफल रहे, जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो गए थे, वे वापस आ गए हैं और अपने परिवारों में शामिल हो गए हैं.

भारत और पाकिस्तान के बीच अहम बातचीत, सीजफायर के लिए बनी सहमति

भारत और पाकिस्तान (India and Pakistan) के सैन्य अभियान के निदेशक जनरलों के बीच पिछले दिनों हॉटलाइन संपर्क के स्थापित तंत्र पर अहम बातचीत हुई. दोनों देशों ने LoC और अन्य सभी क्षेत्रों में स्वतंत्र, स्पष्ट और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मौजूदा परिस्थितियों की समीक्षा की. सीमाओं के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद और स्थायी शांति प्राप्त करने के हित में, दोनों DGsMO एक-दूसरे के प्रमुख मुद्दों और चिंताओं पर ध्यान देने के लिए सहमत हुए. इनमें शांति भंग करने और हिंसा को बढ़ावा देने की प्रवृत्ति शामिल है. दोनों पक्षों ने LoC के साथ सभी प्रभावी क्षेत्रों में 24/25 फरवरी से कड़ाई के साथ समझौतों, समझ और संघर्ष विराम के पालन के लिए सहमति व्यक्त की है.