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जम्मू-कश्मीर: पीडीपी और बीजेपी में आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटना को लेकर बढ़ रहा है टकराव

दोनों के बीच गठबंधन को लेकर बढ़ रहे संकट और दूरी को लेकर बातचीत हुई।

Updated on: 22 Apr 2017, 12:19 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटना को लेकर राज्य की गठबंधन सरकार बीजेपी और पीडीपी में टकराव की स्थिती बनती दिखाई दे रही है।

हाल ही में हुए श्रीनगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के बाद से दोनों दल सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के खिलाफ बयान बाजी कर रहें हैं। दोनों दलों के बीच बढ़ रहे टकराव को देखते हुए शुक्रवार को राज्य के वित्त मंत्री हसीब द्रबू ने माधव से जम्मू स्थित बीजेपी दफ्तर में मुलाकात की।

जानकारों का मानना है कि दोनों के बीच गठबंधन को लेकर बढ़ रहे संकट और दूरी को लेकर बातचीत हुई।

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बता दें कि पत्थरबाजी से निपटने के तरीके को लेकर दोनों पार्टियों के बीच खीचातानी चल रही है। पीडीपी का कहना है कि घाटी के हालात पर बीजेपी की राजनीति 'टकराव को बढ़ाने वाली' है, जबकि बीजेपी का कहना है कि पीडीपी 'तुष्टीकरण' की राजनीति कर रही है।

बीजेपी बार- बार मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से कहती रही है कि वह पत्थरबाजों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई करें और नैशनल कॉन्फ्रेंस की राजनीति के दबाव में ना आएं।

दोनों पार्टियों के संबंध तब और खराब हो गए जब बीजेपी के मंत्री चंद्र प्रकाश गंगा ने पत्थरबाजों से 'सिर्फ गोली' से निपटने की बात कह दी।

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पीडीपी के एक नेता ने दोनों पार्टियों के बीच हुए गठबंधन को लेकर कहा, 'यह दो विरोधी पार्टियों के बीच हुई एक असंगत साझेदारी थी। बीजेपी आरएसएस की राजनीतिक शाखा है जिसका मकसद धर्मनिरपेक्ष भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है।'

पीडीपी का कहना है कि बीजेपी के अलगाववादियों और पाकिस्तान से राजनीतिक बातचीत खत्म करने के फैसले की वजह से घाटी के लोगों में अविश्वास बढ़ा है। इसी वजह से हालात भी बिगड़ गए हैं।

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