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J&K: पुलवामा में दो आतंकी ढेर, प्रवासी मजदूरों की हत्याओं में थे शामिल

ये मुठभेड़ बुधवार शाम के समय शुरू हुई, जब सुरक्षा बलों को जानकारी मिली कि दो-3 आतंकी पुलवामाघेरा के मित्रिगम इलाके में छिपे हुए हैं. इसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी.

Updated on: 28 Apr 2022, 06:54 AM

highlights

  • पुलवामा में दो आतंकी ढेर
  • लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों को थी तलाश
  • अल बद्र से जुड़े थे दोनों आतंकी

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में कई घंटों तक चले ऑपरेशन में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया है. दोनों आतंकी स्थानीय थे और कई मामलों में वांछित थे. पहले बताया गया था कि मारे गए आतंकियों में से एक जैश का आतंकी है और वो पाकिस्तान का रहने वाला है. लेकिन बाद में पहचान के दौरान इस बात की पुष्टि हुई कि दोनों ही आतंकी अल बद्र आतंकी संगठन के थे और लंबे समय से आतंकी वारदातों में शामिल रहे थे. दोनों आतंकियों के पास से एके-47 बरामद हुए हैं.

प्रवासी मजदूरों की हत्याओं में थे शामिल

ये मुठभेड़ बुधवार शाम के समय शुरू हुई, जब सुरक्षा बलों को जानकारी मिली कि दो-3 आतंकी पुलवामाघेरा के मित्रिगम इलाके में छिपे हुए हैं. इसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी. सुरक्षा बलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का समय भी दिया था, लेकिन उन्होंने समर्पण करने की जगह फायरिंग कर दी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने कई घंटों तक चले मुठभेड़ में दोनों ही आतंकियों को ढेर कर दिया. शुरुआत में इनकी पहचान जैश के सदस्यों के तौर पर हो रही थी, लेकिन बाद में पता चला कि दोनों अल बद्र नाम के कुख्यात संगठन से जुड़े हुए हैं. दोनों ही आतंकियों पर आम नागरिकों और प्रवासी मजदूरों की हत्या के आरोप हैं. सुरक्षा बल इनकी लंबे समय से तलाश कर रहे थे. कश्मीर पुलिस के आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकवादी मार्च-अप्रैल 2022 के महीने में ज़िले में बाहरी मज़दूरों पर हमलों की श्रृंखला में शामिल थे.

अल बद्र से ताल्लुक रखते थे दोनों आतंकी

कश्मीर पुलिस के आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान एक और आतंकवादी को ढेर कर दिया गया है. मारे गए दोनों आतंकवादियों की पहचान स्थानीय नागरिक एजाज हाफिज और शाहिद अयूब के रूप में हुई है. आतंकियों के पास से 2 एके 47 राइफलें बरामद हुई. दोनों अल बद्र संगठन से ताल्लुक रखते हैं. आतंकियों के पास से 2 एके 47 राइफलें बरामद हुई. दोनों अल बद्र संगठन से ताल्लुक रखते हैं.