हिजबुल मुजाहिद्दीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के भाई खालिद मुजफ्फर वानी के परिजनों को चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने के सरकार के निर्णय पर सियासत गरमा गई है। जिसके विरोध में जम्मू कश्मीर में आज यानि की शनिवार 17 दिसम्बर को बंद का आह्वान किया गया है। पैंथर पार्टी ने सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए बंद का आह्वान किया है।
दरअसल जम्मू-कश्मीर की महबूबा सरकार ने बुरहान वानी के भाई खालिद वानी की मौत के एवज में वानी के परिवार को मुआवजे का ऐलान किया था। बता दें, 13 अप्रैल 2015 को को खालिद वानी सेना के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। जबकि उसका आतंकी भाई बुरहान वानी इसी साल जुलाई में मार गिराया गया।
पूर्व मंत्री और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर पार्टी के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने सभी व्यापारियों, बस और ट्रक मालिकों से अपील की है कि वो सरकार के इस कदम का विरोध करें जिसकी वजह से राज्य में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रही है।
इससे पहले बुधवार को भी विभिन्न संगठन और राजनीतिक दलों ने सड़कों पर उतर कर राज्य सरकार के इस क़दम का विरोध किया था। बजरंग दल जम्मू-कश्मीर के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनी मैदान में नारेबाजी की और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का पुतला जलाया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह सरकार बाढ़ पीड़ितों को आज तक मुआवजा नहीं दे सकी। देश के लिए शहीद होने वाले जवानों के परिजनों को आज तक कोई सहायता नहीं दे पाई, मगर आतंकियों के परिजनों की सहायता के लिए तुरंत आगे आ गई। बजरंग दल ने पीडीपी के खिलाफ नारे लगाते हुए कहा कि आतंकियों की तरफदारी करने वाली इस पार्टी को सहन नहीं किया जाएगा।
Source : News Nation Bureau