जम्मू-कश्मीर: अनुच्छेद 370 हटने के बाद सालों पुरानी दरबार मूव परंपरा सहित 23 व्यवस्थाओं में हो सकता है बदलाव

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से यहां कई चीजें बदलने वाली है. राज्य के हित में सरकार कई योजनाओं को ला सकती है, जो यहां विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी.

author-image
Vineeta Mandal
एडिट
New Update
जम्मू-कश्मीर: अनुच्छेद 370 हटने के बाद सालों पुरानी दरबार मूव परंपरा सहित 23 व्यवस्थाओं में हो सकता है बदलाव

Jammu and Kashmir Darbar move (फोटो-पीटीआई)

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से यहां कई चीजें बदलने वाली है. राज्य के हित में सरकार कई योजनाओं को ला सकती है, जो यहां विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी.  वहीं केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद अब दरबार मूव पर लगने वाले भारी भरकम खर्च में कटौती भी की जा सकती है. अभी दरबार मूव पर सालाना छह सौ करोड़ रुपये खर्च होता है जो राज्य पर भारी बोझ डालता है.  इस खर्च पर लगाम लगाने के लिए बीजेपी समेत जम्मू केंद्रित कई पार्टीयां मांग करती रही है.

Advertisment

ये भी पढ़ें: मोदी सरकार कश्मीर में हालात सामान्य करने के लिए उठाएगी बड़े कदम, बनाई नई रूपरेखा

अब अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद विधानसभा का कार्यकाल छह से पांच साल करने के साथ छह-छह महीने बाद दरबार मूव की प्रक्रिया में भी बदलाव किए जा सकते है. ये दोनों व्यवस्थाएं राज्य में दशकों से प्रभावी हैं और कश्मीर केंद्रित पार्टियों को भा रही हैं. अब 31 अक्टूबर के बाद केंद्र शासित प्रदेश बनने से यहां पर 23 व्यवस्थाएं बदलेंगी. इनमें ये दोनों व्यवस्थाएं भी हो सकती हैं.

राज्य में 143 साल पुरानी दरबार मूव की परंपरा के तहत शीतकालीन राजधानी जम्मू में सचिवालय बंद होती थी. दरबार मूव परंपरा के तहत राज्य की राजधानी छह महीने जम्मू और छह महीने श्रीनगर रहती थी.

और पढ़ें: पाकिस्तान को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी के तेवर कड़े, कहा- करतारपुर कॉरिडोर समेत बंद हो सभी बातचीत

बता दें कि दरबार मूव के साथ नागरिक सचिवालय और 38 विभागों के दस हजार से ज्यादा कर्मचारी छह-छह महीने के बाद जम्मू से श्रीनगर और श्रीनगर से जम्मू मूव होते हैं. दरबार मूव से जुड़े कर्मचारियों के अलावा साजो-सामान एक से दूसरे राजधानी शहर में पहुंचाने में 600 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. यही नहीं, साल में करीब एक महीना नागरिक सचिवालय और दरबार मूव से जुड़े विभागों में आम लोगों का कामकाज भी नहीं हो पाता है.

BJP Article 370 kashmir jamm and kashmir Kashmir histroy Darbar Move
      
Advertisment