India Pakistan Tension: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से शुरू हुआ भारत-पाकिस्तान तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर पाकिस्तान ने अपनी नापाक हरकतों अंजाम दिया है. जम्मू में पाकिस्तान ने एयरपोर्ट को निशाना बनाने की कोशिश की है. ऐसे में जम्मू पुलिस ने हालातों को ध्यान में रखते हुए अहम एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी के जरिए लोगों को बिलकुल भी न घबराने की बात कही गई है.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिहाज से गंभीर माहौल पैदा कर रही है. ताजा घटनाक्रम में, जम्मू पुलिस ने स्थानीय नागरिकों के लिए एक अहम एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से शांत रहने और कुछ एहतियाती उपाय अपनाने की अपील की गई है.
यह एडवाइजरी खासकर उन क्षेत्रों के लिए है, जहां पाकिस्तानी गतिविधियों या ड्रोन हमलों की आशंका ज्यादा है. पुलिस का कहना है कि नागरिकों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क है और सीमाओं पर हो रहे किसी भी प्रयास को मुंहतोड़ जवाब दे रही है.
हाल ही में जम्मू एयरपोर्ट के पास संदिग्ध स्वार्म ड्रोन द्वारा किए गए हमले को सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया. यह दिखाता है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम हैं.
क्या है जम्मू पुलिस की एडवाइजरी
एडवाइजरी में कहा गया है कि ब्लैकआउट के दौरान सभी नागरिक अपने घरों की लाइटें बंद रखें. यह एक एहतियाती कदम है, जिससे दुश्मन ड्रोन या मिसाइलों को निशाना साधने में मुश्किल होगी. लोगों से अपील की गई है कि वे इस अवधि में घर के भीतर ही रहें और यदि आवश्यक हो, तो केवल सुरक्षित मार्गों का ही उपयोग करें.
इसके अलावा, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अनावश्यक वाहन चलाने से परहेज करें. इससे न केवल आपकी सुरक्षा बनी रहेगी, बल्कि सुरक्षाबलों को भी ऑपरेशन में आसानी होगी. आपातकालीन सेवाओं के लिए सड़कें खुली रहनी चाहिए, और अतिरिक्त ट्रैफिक अवरोध बन सकता है.
एक और महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि लोग किसी भी अफवाह या अपुष्ट खबर को साझा न करें. सोशल मीडिया के माध्यम से फैलने वाली झूठी जानकारी से समाज में अनावश्यक डर और भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है पुलिस और प्रशासन की ओर से दी गई आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें.
जम्मू प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी लोगों को आश्वस्त किया है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. ब्लैकआउट केवल सावधानी के तौर पर किया गया है, और इसका मतलब यह नहीं कि खतरा सिर पर है. उन्होंने यह भी कहा कि नागरिक एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) और सरकार द्वारा जारी किए गए मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) का पालन करें.
इस कठिन समय में, सबसे जरूरी है कि हम सभी मिलकर संयम और सतर्कता बरतें. सरकार और सेना पर विश्वास रखें और उनके निर्देशों का पालन करें। एकजुटता और जिम्मेदारी से ही हम इस चुनौतीपूर्ण समय को पार कर सकते हैं.
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