केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जम्मू के बधाल गांव और काशीर के राजौरी जिले का दौरा करने को लेकर एक अंतर-मंत्रालयी टीम के गठन का आदेश दिया है. यहा पर बीते छह सप्ताह में "रहस्यमय बीमारी" की वजह से 15 लोगों की मौत हो गई. मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि टीम का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी करेंगे. इसमें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृषि, रसायन और उर्वरक और जल संसाधन मंत्रालयों के विशेषज्ञ शामिल होंगे.
टीम को पशुपालन, खाद्य सुरक्षा और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं के विशेषज्ञों द्वारा भी सहायता प्रदान की जाएगी. बयान में कहा गया,"टीम 19 जनवरी को आगे बढ़ेगी और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर तत्काल राहत प्रदान करने के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने पर भी काम करेगी." इसमें कहा गया है कि स्थिति को प्रबंधित करने और मौतों के कारणों को समझने के लिए देश के कुछ सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों की व्यवस्था की गई है.
राजौरी की रहस्यमयी बीमारी
बीते 45 दिनों में राजौराी जिले के बुद्धल गांव में बीमारी से तीन परस्पर संबंधित परिवारों के 15 सदस्यों की मौत हो गई. अस्पतालों में भर्ती होने के कुछ दिनों के अंदर मरने से पहले लोगों ने बुखार,दर्द, मतली और चेतना खोने की शिकायत की थी. एक लड़की की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. यह घटना 7 दिसंबर, 2024 को सामने आई. सामुदायिक भोजन के बाद सात लोगों का एक परिवार बीमार पड़ गया. इसके बाद पांच लोगों की मौत हो गई.
12 दिसंबर को, उनसे संबंधित नौ लोगों का एक परिवार प्रभावित हुआ, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई. ठीक एक महीने बाद, 12 जनवरी को, एक अन्य सामुदायिक भोजन खाने के बाद 10 लोगों का एक परिवार बीमार पड़ गया और छह बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ी. इनमें से पांच बच्चों की मौत हो चुकी है और छठे की हालत गंभीर है. पुलिस ने बधाल गांव में प्रभावित परिवारों के तीन घरों को भी सील कर दिया है. ये घर एक दूसरे से 1.5 किमी के आसपास स्थित हैं. जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा है कि ये घटनाएं बैक्टीरिया या वायरल मूल की संक्रामक बीमारी के कारण नहीं हैं और इसका कोई सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलू नहीं है.