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लोकसभा चुनाव

सोनिया गांधी ने प्रचार प्रमुख बनाया, गुलाम नबी आजाद ने प्रस्ताव ठुकराया

कांग्रेस में रुठे नेताओं को मनाने की आखिरी कोशिश भी मंगवार को नाकाम हो गई. कांग्रेस ने ये सोचकर जी-23 के अहम सदस्य गुलाम नबी आजाद को जम्मू-कश्मीर कांग्रेस पार्टा प्रचार प्रमुख बनाया कि आजाद सारी बगावत थाम लेंगे और जम्मू-कश्मीर में...

Updated on: 17 Aug 2022, 08:49 AM

highlights

  • JK कॉन्ग्रेस को मिला नया अध्यक्ष
  • गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से मुंह मोड़ा
  • कोई भी जिम्मेदारी लेने से कर दिया साफ इनकार

नई दिल्ली:

कांग्रेस में रुठे नेताओं को मनाने की आखिरी कोशिश भी मंगवार को नाकाम हो गई. कांग्रेस ने ये सोचकर जी-23 के अहम सदस्य गुलाम नबी आजाद को जम्मू-कश्मीर कांग्रेस पार्टा प्रचार प्रमुख बनाया कि आजाद सारी बगावत थाम लेंगे और जम्मू-कश्मीर में पार्टी को फिर से पॉपुलर बनाएंगे. लेकिन गुलाम नबी आजाद ने कुछ ही घटों में अपने पद इस्तीफा दे दिया. वहीं, दूसरी ओर.. कांग्रेस ने विकार रसूल वानी को जम्मू-कश्मीर में पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया है. उन्होंने गुलाम अहमद मीर की जगह ली है.

जानकारी के मुताबिक, 'जी 23' समूह के नेता गुलाम नबी आजाद ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है. यही नहीं, पार्टी प्रचार प्रमुख का छोड़ने के बाद उनसे जुड़े सोर्स ने बताया कि कांग्रेस की कमेटियां बनाते समय उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. जबकि उन्होंने पहले ही ये बात साफ कर दी थी कि वो जम्मू-कश्मारी में पार्टी से जुडे़ कोई भी जिम्मेदार नहीं लेंगे. बताया जा रहा है कि आजाद पहले ही अपने फैसले के बादे में हाईकमान को सूचित कर चुके थे. 

विकार रसूल वानी बने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष

कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर राज्य के पार्टी अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर को पद से हटा दिया है. इसकी वजह पार्टी में सांगठनिक बदलाव करना था. वहीं, रूठे गुलाम नही आजाद को बनाने के लिए कांग्रेस ने विकार रसूल वानी को पार्टी अध्यक्ष बना दिया है. इसके अलावा रमन भल्ला को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया है. 

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लंबे समय से नाराज चल रहे आजाद

बता दें कि जी-23 समूह का हिस्सा बनने के बाद से गुलाम नबी आजाद लगातार कांग्रेस पार्टी में बदलाव की मांग उठाते रहे हैं. वो कांग्रेस पार्टी के बड़े चेहरों में से एक है. वो पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की वकालत करते रहे हैं.