फारूक अब्दुल्ला ने की 'द कश्मीर फाइल्स' पर बैन की मांग
हमने एलजी मनोज सिन्हा से मुलाकात की. इसका उद्देश्य यह था कि यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है. पर्यटक घाटी आ रहे हैं, लेकिन रोजाना लोगों की हत्या हो रही है.
highlights
- राहुल भट की हत्या के बाद स्थानीय लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
- जम्मू-कश्मीर सरकार ने किया हत्या की जांच के लिए SIT का गठन
- नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख ने LG को सहयोग का आश्वासन दिया
नई दिल्ली:
अनंतनाग : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि इसने "देश में नफरत का माहौल" बनाया है. उन्होंने फिल्म में चित्रित घटनाओं को नकली बताते हुए फिल्म को "आधारहीन" भी कहा. अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन के नेताओं द्वारा घाटी में हिंसा की हालिया घटनाओं पर चर्चा करने के लिए एलजी मनोज सिन्हा से मुलाकात के एक दिन बाद यह टिप्पणी आई.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, "हमने एलजी मनोज सिन्हा से मुलाकात की. इसका उद्देश्य यह था कि यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है. पर्यटक घाटी आ रहे हैं, लेकिन रोजाना लोगों की हत्या हो रही है."
Farooq Abdullah demands ban on 'The Kashmir Files'
— ANI Digital (@ani_digital) May 16, 2022
Read @ANI Story | https://t.co/N03g4EVsEF
#FarooqAbdullah #TheKashmirFiles pic.twitter.com/pCg52ZvJ6K
"अगर हमें एक-दूसरे के करीब आना है, तो इस नफरत को खत्म करना होगा. 'द कश्मीर फाइल्स' में एक मुस्लिम को एक हिंदू को मारते हुए और उसके खून में चावल धोकर और अपनी पत्नी को इसे खाने के लिए कहते हुए दिखाया गया है? यह एक निराधार फिल्म है, जिसमें न केवल देश में बल्कि घाटी के युवाओं में भी नफरत पैदा की कि उन्हें कैसे देखा जा रहा है."
यह भी पढ़ें: नेपाल: लुम्बिनी में बोले PM नरेंद्र मोदी- बुद्ध विचार भी हैं और संस्कार भी
केंद्र शासित प्रदेश के नेताओं के सहयोग का आश्वासन देते हुए, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख ने कहा कि वे "शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करने वाली हर चीज के साथ खड़े होंगे". उन्होंने कहा, "हम कानून-व्यवस्था को बाधित नहीं करना चाहते. उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव कोशिश कर रही है."
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों के रिहायशी इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी जाएगी, साथ ही विरोध के दौरान उनके खिलाफ आंसू गैस के गोले दागने की घटना की जांच की भी घोषणा की.
गुरुवार को एक कश्मीरी पंडित और सरकारी कर्मचारी राहुल भट की हत्या के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसमें प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए. विरोध के बाद, जम्मू-कश्मीर सरकार ने हत्या की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Nitesh Tiwari Ramayana: राम अवतार में नजर आए रणबीर कपूर, सीता मां बनीं सई पल्लवी, फिल्म के सेट से लीक हुईं तस्वीरें
-
Yodha OTT Release: सिनेमाघरों के बाद अब OTT पर रिलीज होगी योद्धा, सिद्धार्थ मल्होत्रा के फैंस हुए एक्साइटेड
-
'हेड ऑफ स्टेट' के सेट पर 'चीफ ट्रबलमेकर' बनीं प्रियंका की लाड़ली,शेयर किया मालती का आईडी कार्ड
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी