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फारूक अब्दुल्ला बोले- हम किसी की कठपुतली नहीं, सिर्फ इसके प्रति हैं उत्तरदायी

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला (Former CM Farooq Abdullah) ने कहा कि वे न तो नई दिल्ली और न ही बॉर्डर पार मौजूद मुल्क की कठपुतली है.

Updated on: 30 Aug 2020, 05:34 PM

नई दिल्‍ली:

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला (Former CM Farooq Abdullah) ने कहा कि वे न तो नई दिल्ली और न ही बॉर्डर पार मौजूद मुल्क की कठपुतली है. उन्होंने कहा कि वे सिर्फ जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के लोगों के प्रति उत्तरदायी हैं और हम उन्हीं के लिए काम करेंगे.

पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को गुपकार घोषणा पर पाकिस्तान की वाहवाही का जवाब देते हुए कहा कि हमेशा से पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियों का दुरुपयोग किया है. अब हमें अचानक से पाकिस्तान पसंद करने लगा है.

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर की 6 पार्टियों ने गुपकार घोषणा के तहतअनुच्छेद-370 को हटाने के खिलाफ सामूहिक रूप से लड़ने का संकल्प लिया है और मोदी सरकार से इस अनुच्छेद की बहाली की मांग की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये एक सामान्य नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर की राजनीति का अहम घटनाक्रम है.

फारूक अब्दुल्ला ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में बताया कि मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि हम लोग किसी की कठपुतली नहीं हैं, न तो दिल्ली और न ही बॉर्डर पार मौजूद किसी और के. हम लोग पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए उत्तरदायी हैं और उन्हीं के लिए काम करेंगे.

वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर कहा कि मैं पाकिस्तान से अनुरोध करता हूं कि वे हथियारबंद लोगों को कश्मीर में न भेजे. हम अपने राज्य में खून-खराबे का खत्म करना चाहते हैं. जम्मू-कश्मीर की सारी पार्टियां शांतिपूर्वक अपने अधिकारों के लिए लड़ेगी. इसमें पांच अगस्त 2019 को असंवैधानिक तरीके से जो हमसे छीना गया था वो भी शामिल है.

वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार फिर से भारत-पाकिस्तान बातचीत की टेबल पर आएं, क्योंकि ये दोनों देश की जनता के लिए फायदेमंद है. उन्होंने कहा कि जब भी सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन होता है तो उसमें दोनों ही ओर हमारे लोग मरते हैं. इसे हरहाल में रोका जाना चाहिए.