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जम्मू-कश्मीर के नये ज़मीन कानून के समर्थन में डोगरा फ्रंट का प्रदर्शन

जम्मू-कश्मीर में लागू हुए नए ज़मीन कानून पर राजनीतिक दलों खास कर उमर अब्दुल्ला और मेहबूबा मुफ़्ती द्वारा लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं.

Updated on: 29 Oct 2020, 05:15 PM

जम्मू:

जम्मू-कश्मीर में लागू हुए नए ज़मीन कानून पर राजनीतिक दलों खास कर उमर अब्दुल्ला और मेहबूबा मुफ़्ती द्वारा लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं. नये जमीन कानून के समर्थन में आज शिव सेना डोगरा फ्रंट सड़क पर उतर कर जम कर नारेवाजी की. शिव सेना डोगरा फ्रंट ने ज़मीन पर इन नेताओ और दलों का जम कर विरोध किया और उनके खिलाफ नारेवाजी भी की. 

शिव सेना डोगरा फ्रंट ने दोनों नेताओं पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ये वो ही लोग है जिन्होंने अपनी सरकारों के दौरान भ्रष्ट्राचार करते हुए कई कंपनियों को कौड़ियों के दाम पर ज़मीन बेची | डोगरा फ्रंट के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूछा कि ये नेता जो विरोध कर रहे हैं वो पहले बताएं कि फिर वो कैसे निज़ामुद्दीन दिल्ली में घर खरीद सकते है और मुम्बई में होटल बना सकते है. इन्होने तो पहले देश के हर कोने में खरीद लिया और अब ये कह रहे है कि जम्मू-कश्मीर बिकाऊ हो गया है. 

बता दें कि मंगलवार को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए ज़मीन को लेकर नए कानून लागू कर दिए थे. जिसके अंतर्गत अब देश का कोई भी नागरिक जम्मू-कश्मीर में Non -Agriculture ज़मीन खरीद सकता है. सरकार के इस फैसले के खिलाफ जम्मू में विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे है. जम्मू कश्मीर के अन्य दलों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से जम्मू-कश्मीर के लोगो का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।