logo-image

DGP दिलबाग सिंह बोले- कोरोना वायरस महामारी के बावजूद घुसपैठ का पाकिस्तान का प्रयास जारी, लेकिन

जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह (DGP Dilbag Singh) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस (Corona Virus) संकट के कारण उत्पन्न चुनौतीपूर्ण स्थिति के बावजूद पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें लगातार की जा रही हैं.

Updated on: 07 Apr 2020, 11:08 PM

जम्मू:

जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह (DGP Dilbag Singh) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस (Corona Virus) संकट के कारण उत्पन्न चुनौतीपूर्ण स्थिति के बावजूद पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें लगातार की जा रही हैं. दो दिन पहले ही नियंत्रण रेखा के पास भीषण मुठभेड़ में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे और इतनी ही संख्या में आतंकवादी मारे गए थे.

यह भी पढे़ंःलॉकडाउन न हो तो कोरोना वायरस का एक मरीज 30 दिनों में 406 लोगों को कर सकता है संक्रमित: अध्ययन

हालांकि, डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान के इरादों को नाकाम करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने यहां वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस महामारी के समय में भी पाकिस्तान द्वारा लगातार सीमा पार से घुसपैठ के प्रयास किए जा रहे हैं और हमें ऐसे सभी प्रयासों को विफल करना होगा.

डीजीपी ने कहा कि आतंकवाद विरोधी मोर्चे पर पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मियों की भूमिका सराहनीय है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संकट से निपटने के साथ ही हमारे अधिकारी और पुलिस, सीएपीएफ तथा सेना के जवान सीमा की सुरक्षा तथा आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कोविड--19 अभी संवेदनशील चरण में है. हमें स्थिति को देखते हुए अधिक सावधान और तैयार रहने की जरूरत है. यह समय वायरस को फैलने से रोकने के लिए जवानों और अधिकारियों को प्रेरित करने का है.

यह भी पढे़ंःPM मोदी ने ओमान के सुल्तान से की बातचीत, कोरोना से निपटारे पर की ये चर्चा

उन्होंने कहा कि दुनिया भर में और यहां भी कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में दिन-प्रतिदिन वृद्धि हो रही है और ऐसे में संवेदनशील स्थानों पर पुलिस कर्मियों की भागीदारी भी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि कर्मियों ने अब तक बहुत कुछ किया है, लेकिन बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए बहुत कुछ करना अभी बाकी है.