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जम्मू में रिलोकेशन की मांग को लेकर कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का प्रदर्शन

कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में तैनात कश्मीरी पंडित समाज के कर्मचारियों ने एक बार फिर अपनी रिलोकेशन की मांग को दोहराते हुए जगती टाउनशिप में रविवार को एक बड़ा प्रदर्शन किया.

Updated on: 31 Jul 2022, 06:25 PM

जम्मू:

कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में तैनात कश्मीरी पंडित समाज के कर्मचारियों ने एक बार फिर अपनी रिलोकेशन की मांग को दोहराते हुए जगती टाउनशिप में रविवार को एक बड़ा प्रदर्शन किया. कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का ये प्रदर्शन सरकार द्वारा हाल ही में पीएम पैकेज के तहत लगे 6 इंजीनियर को कश्मीर से जम्मू अटैच करने के बाद किया गया है. प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के मुताबिक, जब तक कश्मीर में हालत पूरी तरह से सुधार न जाए उन्हें भी इसी तरह से जम्मू के अलग-अलग इलाकों में अटैच कर दिया जाए, ताकि वो सुरक्षा के मौहाल में अपनी ड्यूटी को अंजाम दे सके.

दरअसल, 12 मई 2022 को बड़गाम में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की उनके ऑफिस में पहुंचकर निर्मम हत्या कर दी थी. उसके बाद आतंकियों की ओर से जम्मू की टीचर रजनी बाला को निशाना बनाया गया था. कश्मीर में हुई इन टारगेट किलिंग की वारदात के बात कश्मीरी पंडित समाज के लोग सड़कों पर उतर आए थे और कश्मीर में धरने पर बैठ गए थे. इसके बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से कश्मीरी पंडितों के तबादले कश्मीर के सुरक्षित स्थानों पर कर दिए थे. लेकिन बावजूद इसके कश्मीरी पंडित कर्मचारी अपनी रिलोकेशन की मांग को लेकर अड़ गए थे और कुछ दिन बाद जम्मू पहुंच गए थे. तब से ही कश्मीरी पंडित कर्मचारी और उनके परिवार के लोग लगातार सरकार से सुरक्षा की स्थिति सुधारने तक उन्हें रिलोकेट कर जम्मू भेजने की मांग कर रहे हैं. 

वहीं, अगर बात करे तो पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में लगे कर्मचारियों की संख्या 5 हजार के ऊपर है. कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के मुताबिक, इन लोगों में करीब 3800 लोग बाहर प्राइवेट एकॉमडेशन लेकर रहते हैं. ज्यादातर कर्मचारी अभी भी डरे हुए हैं और उन्हें अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है, लेकिन ढाई महीने के बाद पीएम पैकेज के अंतर्गत लगे 6 इंजीनियर की गई अटैचमेंट के बाद अब दूसरे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों में भी उम्मीद जगी है और वो सरकार से अपनी मांग पूरा किए जाने का इंतजार कर रहे हैं.