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किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही Photograph: (SM)
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चसोटी इलाके में गुरुवार को बादल फटने से भीषण तबाही मच गई. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. बादल फटने के तुरंत बाद इलाके में अचानक बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिससे कई घर, खेत और सड़कें पानी में बह गए हैं.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी जानकारी
घटना के बाद केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा से बात कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और रेड क्रॉस की टीमें तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं. केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हादसे पर गहरी चिंता जताई और प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
उपायुक्त किश्तवाड़ पंकज शर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य विभागों के साथ समन्वय कर विशेष बचाव टीम को मौके पर भेजा है. प्रशासन का कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने की है. साथ ही, नुकसान का सही आकलन किया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने संदेश में कहा, “चसोटी में बादल फटने से भारी जनहानि की आशंका है. जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है.” उन्होंने यह भी बताया कि राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए हेलिकॉप्टर और अतिरिक्त बचाव संसाधन भी तैयार रखे गए हैं.
प्रशासन ने जारी किए हेल्फलाइन नंबर्स
इस बीच, जिला प्रशासन ने आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि लोग जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद मांग सकें. प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें. हमने आपके लिए प्रशासन के द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर का फोटो लगाया है. इस फोटो आप चाहे तो स्क्रीनशॉट ले सकते हैं. इसमें हेल्प लाइन नंबर्स दिए हैं.
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बादल फटने से क्या होता है?
बादल फटने जैसी घटनाएं पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में अचानक होती हैं, जिसमें कम समय में भारी मात्रा में पानी गिरने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है.
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