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PM की बैठक से पहले महबूबा बोलीं- सरकार को पाक से भी बात करनी चाहिए

महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि भारत सरकार को कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान (Pakistan) से भी बातचीत करनी चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने ये बयान आज गुपकार गठबंधन की बैठक के बाद दिया.

Updated on: 22 Jun 2021, 02:10 PM

highlights

  • पीएम के साथ बैठक से पहले महबूबा मुफ्ती का विवादित बयान
  • पाकिस्तान से भी बात करे भारत सरकार- महबूबा मुफ्ती
  • महबूबा बोलीं- जो हमसे छीना गया है, उसपर बात करेंगे

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल बढ़ने लगी है. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) पीएम मोदी के साथ आयोजित होने वाली बैठक (PM Modi Meeting) में शिरकत करेगी. इस बैठक से पहले उन्होंने एक बड़ी बात कही है. महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि भारत सरकार को कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान (Pakistan) से भी बातचीत करनी चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने ये बयान आज गुपकार गठबंधन की बैठक के बाद दिया. गुपकार की ये बैठक आज श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के निवास पर हुई.

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प्रधानमंत्री के साथ बैठक से पहले महबूबा मुफ्ती ने फिर से पाकिस्तान को लेकर राग अलापा है. महबूबा मुफ्ती का कहना है कि जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान से भी बात होनी चाहिए. महबूबा ने कहा कि संविधान ने हमें जो अधिकार दिया है, जो हमसे छीना गया है. उसके अलावा भी जम्मू-कश्मीर में एक मसला है. पूरे क्षेत्र में शांति करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये हमसे बातचीत कर रहे हैं, ये लोग तालिबान के साथ भी बात कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में भी सभी के साथ बातचीत करें और पाकिस्तान के साथ भी करें.  

इससे पहले मीडिया से बातचीत में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम डायलॉग के खिलाफ नहीं, लेकिन हम जरूर चाहते हैं कि कुछ कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेजर (Confidence building majors) होने चाहिए. पूरे देश में कोरोना महामारी के दौरान कैदियों को रिहा किया गया, जम्मू कश्मीर में भी ऐसा होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हमारा ख्याल था कि गुपकार गठबंधन के हेड के तौर पर फारूख साहब जाएंगे, लेकिन इनका कहना है कि सबको अलग अलग बुलाया गया है सबको अलग अलग जाना चाहिए.

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महबूबा ने आगे कहा कि उनका जो भी एजेंडा होगा, हम अपना एजेंडा उनके सामने रखेंगे और उम्मीद करेंगे कि हमारे जाने से कम से कम इतना हो कि जेलों में बंद हमारे लोगों को कम से कम रिहा किया जाए, अगर रिहा नहीं कर सकते तो कम से कम जम्मू-कश्मीर ले आएं, कम से कम उनके परिवार के लोग तो उनसे मिल सकें. उन्होंने कहा कि गुपकार गठबंधन का जो एजेंडा है, उसके तहत हम बात करेंगे, जो हमसे छीना गया है, उसपर बात करेंगे कि यह गलत किया है, यह गैर कानूनी है, असंवैधानिक है. इसको बहाल किए बगैर जम्मू कश्मीर में अमन बहाल नहीं कर सकते.